यूएन की मीटिंग में एनजीओ के रूप में शामिल हुआ ‘कैलासा’, देश के रूप में नहीं: संयुक्त राष्ट्र

भारत में यौन शोषण और रेप के आरोपी भगोड़े नित्यानंद एक बार फिर से सुर्खियों में है. इसके पीछे की वजह ये है कि जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में नित्यानंद की प्रतिनिधि विजयप्रिया शामिल हुई थीं. इस मीटिंग में विजयप्रिया ने भारत के खिलाफ जहर उगला था और नित्यानंद को हिंदू धर्म का सर्वोच्च गुरु बताया था. वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र का बयान सामने आया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के पैनल ने कहा कि यूएन की बैठक में नित्यानंद का देश ‘कैलासा’ एक एनजीओ (NGO) के रूप में शामिल हुआ था. पैनल ने कहा कि नित्यानंद की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने यहां जो कुछ भी कहा, उस पर विचार नहीं किया जाएगा और ना ही संबंधितसमिति के समक्ष भेजा जाएगा.

कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने 24 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर आयोजित एक बैठक में हिस्सा लिया था. नित्यानंद ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी. उसने यूएन की मीटिंग में बैठी विजयप्रिया की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा की प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर आयोजित एक बैठक में हिस्सा लिया.’

बता दें कि भगोड़ा नित्यानंद पर भारत में रेप और अपहरण के आरोप हैं. 2019 में वह देश छोड़कर भाग गया था. इसके बाद उसने यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा बनाने का दावा किया.

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