मुजफ्फरनगर में चलती ट्रेन में किशोरी से छेड़छाड़ की गई। पीड़िता के पिता ने आरोपी को दबोच कर जीआरपी को सौंप दिया। लिखित में शिकायत न मिलने पर पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया। जिसके बाद पीड़ित ने ट्वीट किया तो जीआरपी ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
गुरुवार रात 2 बजे का है मामला
चैत्र नवरात्रि पर माता वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे कानपुर की किशोरी के साथ चलती ट्रेन में बीती रात 2:00 बजे हैवानियत की कोशिश की गई। किशोरी को जबरन उठाकर ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन शोर मचाने पर आरोपी भागकर दूसरी बोगी में जा छिपा। ट्रेन के कोच नंबर एस-6 की ऊपरी बर्थ पर 13 साल की नाबालिग, मिडिल वाली सीट पर उसकी मां और नीचे वाली सीट अधिवक्ता पिता और परिवार के अन्य लोग सोए हुए थे। ट्रेन देर रात करीब 2 बजे देवबंद से निकलकर मुजफ्फरनगर के पास पहुंची।
बच्ची का मुंह बंद कर जबरन उठाकर ले जाने की करता है कोशिश
पीड़िता के पिता का आरोप है कि तभी अचानक एक शख्स ऊपरी बर्थ पर चढ़कर 13 साल की बेटी को दबोच लेता है। बच्ची का मुंह बंद कर जबरन उसे उठाकर ले जाने की कोशिश करता है, लेकिन बच्ची किसी तरह से उसके बंधन से छूटकर शोर मचा देती है। परिजनों ने अन्य यात्रियों की मदद से खोजबीन कर आरोपी को दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई की।
आरोपी को बिना किसी कार्रवाई के ही दिया गया छोड़
टीईटी की मदद से आरोपी को जीआरपी पुलिस के हवाले भी कर दिया गया, लेकिन मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर आरोपी को बिना किसी कार्रवाई के ही छोड़ दिया गया। पीड़ित अधिवक्ता ने मामले के संबंध में वीडियो और फोटो समेत ट्वीट कर दिया। जिसके बाद लखनऊ तक हड़कंप मचा दिया। दिन भर घटना स्थल को लेकर मत्थापच्ची होती रही।
क्या कहते हैं थाना जीआरपी प्रभारी
जीआरपी थाना प्रभारी संजय कुमार यादव का कहना है कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी को पकड़ने के लिए दो टीमें गठित की है। दो दिन के अंदर आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।