LIVE: किसान-सरकार की बैठक बेनतीजा खत्म, अब 9 दिसंबर को होगी अगले दौर की बैठक

आंदोलन छोड़ें-बातचीत करें

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसान यूनियनों के कार्यक्रम पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन मैं किसानों और यूनियन से आग्रह करना चाहता हूं कि आंदोलन का रास्ता छोड़ें और बातचीत का रास्ता अपनाएं. सरकार लगातार बातचीत कर रही हैं और मुद्दे का समाधान करने के लिए तैयार है.

बच्चे और महिलाएं को घर जाना चाहिए

नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बैठक में यह भी कहा और कहना चाहता हूं कि बुजुर्ग और बच्चे यदि घर जाए तो सुविधा से रह सकेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और रहेगी.

नही मिले सुझाव- नरेंद्र सिंह तोमर

कृषि मंत्री ने आगे कहा कि इसमें जो कमी है उसे पूरे करेगी. आज तमाम विषयों पर बात होती रही. हम चाहते थे कुछ विषयों पर सुझाव मिल जाए यह संभव नहीं हो पाया. अब नौ तारीख को बैठक होगी. किसान नेताओं के सुझाव मिलता तो हमें थोड़ी आसानी होती.

APMC राज्यों का मुद्दा है

मीटिंग के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्हेंने कहा ”आज चर्चा का पंचवा दौर हुआ, हमने कहा कै कि एमएसपी जारी रहेगी. यदि फिर भी शंका है तो सरकार समाधान करेगी. एपीएमसी राज्य का है और उसे किसी भी तरह से प्रभावित करने का इरादा नहीं है.

सरकार वापस लेगी कानून

किसान नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि मीटिंग की शुरुआत में ही हमने कहा था कि हमारी मांग है कि कानून को वापस लिया जाए. हम इसमें संशोधन नहीं चाहते. 9 दिसंबर को अगली मीटिंग होगी. ऐसा लगता है कि सरकार कानून को वापस लेगी.

सिंघु बॉर्डर पर पंजाबी गायकों ने गाए गाने

दिल्ली: प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सिंघु बॉर्डर पर पंजाबी गायकों ने प्रदर्शन किया. दिलजीत दोसांझ, गुरशबद सिंह कुलार और हर्फ चीमा सहित कई गायक यहां पहुंचे. गुरशबद सिंह कुलार ने कहा “हम अपने गानों के जरिए किसानों का मनोबल बढ़ा रहे हैं.”

भारत बंद जरूर होगा- टिकैत

भारतीय किसान यूनीयन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार एक ड्राफ्ट बनाकर हमें भेजेगी. उन्होंने कहा कि वे राज्यों से भी सलाह लेंगे. MSP पर भी चर्चा हुई, लेकिन हमने कहा कि हमें अभी कानूनों को वापस लेने के बारे में बात करनी चाहिए. भारत बंद (8 दिसंबर को) जरूर होगा.

जालंधर से दिल्ली आ रहे सैकड़ों किसान

पंजाब के जालंधर से सैकेड़ों किसान कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली आ रहे है.

9 तारीख को हमें प्रस्ताव भेजेगी सरकार

बैठक से बाहर आने के बाद किसान नेताओंने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि वे हमें 9 दिसंबर को एक प्रस्ताव भेजेंगे. हम आपस में उस पर चर्चा करेंगे, जिसके बाद उसी दिन उनके साथ बैठक होगी.

बैठक में किसानों ने रखा ‘मौन व्रत’

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बैठक को दौरान किसान नेताओं के एक ग्रुप ने ‘मौन व्रत’ रख लिया और लगातार वे सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए ‘हां’ या ‘ना’ में जवाब देने के लिए कहते रहे.

अब 9 दिसंबर को फिर होगी बैठक

किसान और सरकार की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब 9 दिसंबर को सभी हितधारकों के अनुरोध पर किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच एक बार फिर बातचीत होगी. 9 दिसंबर को दोपहर 12 बजे होगी अगली बैठक.

हम कॉरपोरेट फार्मिंग नहीं चाहते

किसान नेताओं बैठक में कहा कि हमारे पास एक साल का राशन है. हम पिछले कई दिनों से सड़क पर हैं. अगर सरकार चाहती है कि हम सड़क पर रहें, तो हमें कोई समस्या नहीं है. इंटेलिजेंस ब्यूरो आपको बता देगा कि हम विरोध स्थल पर क्या कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, “हम कॉरपोरेट फार्मिंग नहीं चाहते हैं. इस कानून से सरकार को फायदा होगा, किसान को नहीं.

वरिष्ठ नागरिक और बच्चे विरोध स्थल से घर चले जाएं

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों की बैठक में उपस्थित किसान नेताओं से अनुरोध किया, “वरिष्ठ नागरिक और बच्चे विरोध स्थल से घर चले जाएं.

बिलासपुर और उत्तराखंड से भी आए किसान

दिल्ली: बिलासपुर, उत्तराखंड से आए किसान गाजीपुर बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पहुंचकर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.

सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे दिलजीत दोसांझ

दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच पहुंचे हैं. जहां उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से एक ही अपील है कि वो हमारे किसानों की सभी मागों को पूरा करे.

किसानों ने दी मीटिंग छोड़ने की धमकी

विज्ञान भवन में चल रही बैठक में किसानों ने केंद्र सरकार को धमकी देते हुए कहा कि सरकार हमारी मांगों पर फैसला ले वर्ना हम मीटिंग छोड़ कर चले जाएंगे. किसानों ने कहा कि उन्हें समाधान की जरूरत है. उन्होंने कहा, “वे आगे चर्चा नहीं करना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि सरकार ने किसानों की मांग पर क्या निर्णय लिया है.”

किसानों ने दिया जिस्टिन ट्रूडो के बयान का हवाला

आज की बैठक में किसानों कनाडा के प्रधानमंत्री जिस्टिन ट्रूडो के बयान का हवाला भी दिया. मालूम हो कि ट्रूडो ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर कहा था, ‘कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के बचाव में खड़ा है.’

सरकार के मंत्री और अधिकारी कर रहे चर्चा

सूत्रों के मुताबिक, किसान नेताओं ने सिर्फ और सिर्फ तीनों कानून रद्द करने की बात की है. बैठक दौरान कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा नहीं यह तीनों कानून आपके हित में है. इसमें बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जिससे किसानों को फायदा होगा. इस पर टोकते हुए किसानों ने कहा की भाषण से कोई मतलब नहीं है. इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पहले आपने एक बिंदु उठाया, फिर दूसरा बिंदु उठाया तीन चार बिंदु उठाएं उन पर हम चर्चा कर रहे हैं और बातचीत करने के लिए तैयार हैं. संशोधन करने के लिए तैयार हैं फिर यह अलग से कानून रद्द करने की मांग क्यों कर रहें हैं. इसके बाद सरकार की तरफ से फिर कहा गया है कि चलिए चर्चा करके बताते हैं.

पंजाब की भावनाओं को समझती है सरकार

पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने किसान नेताओं से कहा कि सरकार पंजाब की भावनाओं को समझती है. हम उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए तैयार.

दिल्ली पुलिस के साथ हमारा पूरा को-ऑर्डिनेशन

गौतम बुद्ध नगर एडिशनल सीपी लव कुमार ने कहा कि चिल्ला बॉर्डर को किसानों ने ब्लॉक किया हुआ है. दिल्ली की टीमों के साथ हमारा पूरा को-ऑर्डिनेशन है. ट्रैफिक डाइवर्ट करके यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है. सभी जगह हमने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है, ताकि असुविधा न हो.

किसान ही नहीं 138 करोड़ की आबादी को प्रभावित करेंगे कानून

किसान आंदोलन को सुलझाने के लिए बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे नरेश सिरोही ने सरकार को पांच अहम सुझाव भेजे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून सिर्फ किसानों ही नहीं बल्कि देश की 138 करोड़ की आबादी को प्रभावित करने वाले हैं.

यमुना एक्सप्रेसवे पर हिरासत में लिए गए किसान

यमुना एक्सप्रेसवे पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरीकेड तोड़ कर दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उग्र हुए किसानों को हिरासत में ले लिया है.

किसानों ने की कंगना का पुतला जलाने की कोशिश

दिल्ली-मेरठ नेशनल हाईवे 9 पर कुछ किसानों ने अभिनेत्री कंगना रनौत का पुतला जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को पुतला जलाने से रोक दिया

सरकार ने लिखित में दिया किसानों को जवाब

किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच पांचवें दौर की बातचीत में सरकार ने किसानों को लिखित में जवाब दिया है. इसके बाद 15 मिनट का ब्रेक लिया गया है.

मुंडाका सीमा पर यूथ कांग्रेस के चार दर्जन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका
मुंडाका सीमा पर यूथ कांग्रेस के चार दर्जन कार्यकर्ता दिल्ली किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे कि सूचना मिलते ही दलबल के साथ पुलिस और एसडीएम मुण्डाका सीमा पर पहुंच गए। जब उनको हरियाणा सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी तो कांग्रेस कार्यकर्ता अलवर-गुड़गांव मार्ग पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सड़क पर दोनों ओर जाम लग गया, पुलिस के समझाने पर आधे घंटे बाद सड़क से हट गए। अब सुचारू रूप से सड़क चल रही है लेकिन पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ता सीमा पर ही डटे हुए हैं।

किसानों ने सरकार से मांगा बिंदुुवार जवाब
सरकार के साथ बैठक शुरू होने के बाद किसान नेताओं ने सरकार से बिंदुवार लिखित जवाब मांगा है। किसान नेताओं का कहना है कि हमने पिछली बैठक में जो बातें रखी थीं सरकार उनका बिंदुवार लिखित रूप में जवाब दे, जिसके सरकार ने स्वीकार कर लिया है।

गुरुग्राम के राजीव चौक पर फूंका गया प्रधानमंत्री का पुतला
गुरुग्राम के राजीव चौक पर किसानों के समर्थन में कर्मचारी संघ के सदस्यों ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। बता दें कि 5 दिसंबर को किसानों ने राष्ट्रव्यापी पुतला दहन का आह्वान किया है।

फरीदाबादः अजरौंदा चौक पर किसानों पर हुई पुष्प वर्षा, बजे ढोल
फरीदाबाद और पलवल के किसान जो दिल्ली की ओर जा रहे हैं, जब अजरौंदा चौक पर पहुंचे तो उनका स्वागत पुष्प वर्षा करके किया गया। इसके साथ ही उनके सत्कार के लिए ढोल नगाड़े बजे और लोग झूमकर नाचे।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने किया हवन

किसान संगठन और सरकार के बीच चल रही बैठक के दौरान दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जमा किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर हवन किया.

मौलाना आजाद रोड पर किसानों ने की नारेबाजी

जहां एक तरफ विज्ञान भवन में किसान नेताओं और सरकार के बीच बैठक चल रही है, तो वहीं कुछ किसानों ने मौलाना आजाद रोड पर पहुंचकर नारेबाजी की है. ये किसान सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

आज भी सरकार का खाना नहीं खाएंगे किसान

पिछली बैठक की तरह ही आज की बैठक में भी किसान सरकार की तरफ से दिया गया खाना नहीं खाएंगे, इसलिए वज्ञान भवन में किसानों के लिए गुरूद्वारे से लंगर आया है.

किसानों ने सरकार से लिखित में मांगा जवाब

बैठक के दौरान किसान प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार से पिछली बैठक के बिन्दुवार लिखित जवाब देने को कहा, जिसके लिए सरकार सहमत हो गई.

किसानों के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री की बैठक जारी 

दिल्लीः केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल की किसान नेताओं के साथ विज्ञान भवन में पांचवें दौर की वार्ता शुरू हुई.

केंद्रीय कृषि मंत्री किसानों के साथ बैठक करने के लिए विज्ञान भवन पहुंचे

दिल्लीः केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों के साथ बैठक करने के लिए विज्ञान भवन पहुंचे. आज किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच पांचवें दौर की वार्ता होगी.

किसानों को भटका रहा है विपक्ष: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले

किसानों का गलतफहमी में आंदोलन करना सही नहीं हैं. ये कानून किसानों के हित में हैं. जानबूझकर विपक्ष किसानों को भटका रहा है. सरकार बातचीत कर रही है और कोई न कोई रास्ता निकलेगाः केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले

मांगें नहीं मानने पर आंदोलन जारी रखेंगे: हरजिंदर सिंह टांडा

अगर सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे: हरजिंदर सिंह टांडा, आजाद किसान संघर्ष समिति, पंजाब के राज्य प्रमुख

सरकार से साथ बात करने के लिए किसान नेताओं की बस विज्ञान भवन पहुंची

दिल्लीः किसान नेताओं की बस विज्ञान भवन पहुंची. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज दोपहर 2 बजे किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे.

सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी

सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी. दोपहर 2 बजे किसान प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के बीच पांचवें दौर की बैठक होनी है.

पटना के गांधी मैदान में आरजेडी ने किया केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध

बिहार: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पटना के गांधी मैदान में केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध किया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम मांग करते हैं कि केंद्र सरकार काले कानूनों को निरस्त करे.

केंद्र सरकार के साथ बात करने के लिए किसान नेता सिंघु बार्डर से रवाना

कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ बात करने के लिए किसान नेता सिंघु बार्डर से रवाना हुए. एक किसान नेता ने कहा कि ये कानून रद्द करने चाहिए. अगर आज कोई नतीजा नहीं निकलता तो भारत बंद (8 दिसंबर को) किया जाएगा.

कृषि कानूनों के खिलाफ एमके स्टालिन की प्रदर्शन रैली

तमिलनाडु: डीएमके पार्टी के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने सेलम में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन रैली की.

प्रधानमंत्री के आवास पर हाई लेवल मीटिंग खत्म

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास से बाहर निकलते हुए.

कांग्रेस पूरी तरह से वेंटिलेटर पर: मुख्तार अब्बास नकवी

जिन्हें ना खेती से मतलब है और ना किसानों से सरोकार, वो आज ज्ञान दे रहे हैं. कांग्रेस की समस्या ये है कि वो आज पूरी तरह से वेंटिलेटर पर है और उसके नेता और पप्पू जी की बेवकूफियां एक्सीलेटर पर चल रही हैं: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी

बैठक अच्छी होगी और उम्मीद है कि किसान मान जाएंगे

केंद्र के साथ आज की बैठक में किसानों की शंकाओं को दूर किया जाएगा. हाल की बैठकों में कुछ मुद्दों को स्पष्ट किया गया था. यह विपक्ष की राजनीति है, वो विरोध को भड़का रहे हैं. ये बैठक अच्छी होगी और हमें उम्मीद है कि किसान विरोध वापस लेंगे: केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी

बुरारी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन जारी

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ बुरारी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्रीय नेतृत्व के साथ आज की बैठक सकारात्मक होगी. हम तब तक नहीं उठेंगे जब तक सरकार हमारी मांगों पर सहमत नहीं हो जाती. हम आंदोलन को बड़ा बना देंगे.

किसानों के प्रदर्शन में यूपी कांग्रेस भी कूदी, हवन पूजन किया

गाजियाबाद बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पर किसानों के चल रहे प्रदर्शन में आज कांग्रेस भी कूद पड़ी है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सुबह यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे. यहां सबसे पहले अजय कुमार लल्लू ने हवन पूजन किया और सरकार की सद्बुद्धि की कामना की.अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कांग्रेस शुरुआत से ही किसानों के समर्थन में रही है. जब तक कानून वापस नहीं होगा तब तक आंदोलन चलने वाला है और कांग्रेस इस आंदोलन का पूरी तरीके से समर्थन करती है. संसद तक इस मुद्दे को उठाया जाएगा।

किसानों की मांगों को मानना पड़ेगा, उन्हें अनदेखा करना सही नहीं: नवाब मलिक

केंद्रीय सरकार की बैठक हो रही है, हमें लगता है कि सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़ना होगा. किसानों की मांगों को मानना पड़ेगा, किसान क्या चाहता है उसे अनदेखा करना उचित नहीं है. किसान आंदोलन पूरे देश में फैलता जा रहा है और इसलिए सरकार जल्द ही उनकी मांगे पूरी करें: एनसीपी नेता नवाब मलिक

आज आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी

आज आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी. आज बैठक में कोई और बात नहीं होगी, कानूनों को रद्द करने के लिए ही बात होगी: किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह

किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर बड़ी बैठक

प्रधानमंत्री आवास पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर.

राजस्थान के किसानों ने भी दी आंदोलन की धमकी

सरकार को तीन काले कानूनों को वापस लेने की घोषणा करनी चाहिए और लिखित में देना होगा कि एमएसपी जारी रहेगा. अगर आज की बातचीत का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलता है, तो राजस्थान के किसान दिल्ली में NH-8 के साथ मार्च करेंगे और जंतर मंतर पर शिविर करेंगे: रामपाल जाट, अध्यक्ष, किसान महापंचायत

केंद्र सरकार और किसानों के बीच 2 बजे बैठक

सरकार और किसानों के बीच 2 बजे बैठक होगी. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि निश्चित रूप से किसान सकारात्मक दिशा में सोचेंगे और आंदोलन का रास्ता छोड़ेंगे.

आज बातचीत का आखिरी दिन, सरकार बार-बार दे रही है तारीख

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार बार-बार तारीख दे रही है, सभी संगठनों ने एकमत से फैसला लिया है कि आज बातचीत का आखिरी दिन है.

देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य: राहुल गांधी

बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब PM ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है. ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है: राहुल गांधी

किसानों के प्रदर्शन के चलते कई बॉर्डर बंद, लोग परेशान

सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, झड़ौदा बॉर्डर, लामपुर बॉर्डर, औचंदी बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, सबोली, प्याऊ मनियारी, सफियाबाद, एनएच 44 बंद होने से लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है. लोगों को 20 से 40 किलोमीटर घूमकर ढांसा बॉर्डर, दौराला बॉर्डर, कापसहेड़ा बॉर्डर, रजोकरी, बिजवासन, पालम विहार बॉर्डर, डूंडहेड़ा बॉर्डर बदूसराय बॉर्डर, झटीकरा आदि से आना-जाना कर रहे हैं.

किसानों के प्रदर्शन के चलते कई रूट डायवर्ट

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर हापुड़ की ओर से आने वाले वाहनों को डासना पुल, हापुड़ चुंगी, एएलटी राजनगर एक्सटेंशन, रोटरी गोलचक्कर,नागद्वार होते हुए भोपुरा बार्डर से निकाला जाएगा.जल निगम पुलिस चौकी से जीटी रोड पर मेरठ तिराहा मोहननगर से होते हुए अप्सरा बार्डर से निकाला जाएगा.डाबर तिराहा से यूपी गेट जाने वाले वाहनों को महाराजपुर-आनंद विहार बार्डर से निकाला जाएगा.छिजारसी, सेक्टर-62 और खोड़ा अंडरपास से आने वाले वाहनों को नोएडा की तरफ से निकाला जाएगा.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हरसिमरत कौर बादल का हमला

अकाली दल की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया है कि वो ईडी से बचने के लिए केंद्र सरकार के दबाव में है और इसी वजह से बंद कमरे में अमित शाह के साथ मीटिंग करके आए हैं. साथ ही कहा कि 7 मुख्यमंत्रियों की जो एक कमेटी केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर बनाई गई थी, उसमें लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी सरकार के मंत्री और अफसर केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर लगातार हामी भरते रहे और अब विरोध का ड्रामा कर रहे हैं.किसानों के साथ केंद्र की बैठक में जो फैसला होने वाला है वो कैप्टन अमरिंदर सिंह को पहले से ही पता है. किसानों के मुद्दे पर एक बार फिर से पंजाब की जनता और किसानों को झांसा दे रहे हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here