बिहार में सासाराम और बिहारशरीफ में हुई हिंसा पर सियासत गर्म है. विपक्ष, सरकार पर हमले बोल रहा है, सीएम नीतीश कुमार पर तुष्टिकरण के आरोप लगा रहा है. वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने भी इसे लेकर अब बड़ा बयान दिया है. बिहार विधानसभा के चालू बजट सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए इससे जुड़े सवालों के जवाब दिए.
बिहार में रामनवमी पर दो जगह दंगे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों जगह कुछ लोगों ने जानबूझ कर गड़बड़ किया. इसलिए ऐसे हालात बने. उन्होंने कहा कि बिहार में पहले बहुत झंझट होता था, हमारे आने के बाद यह सब खत्म हुआ. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने हालात को काबू करने के लिए मुस्तैदी से काम किया है. हर घर में जाकर जानकारी ली जा रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा जाने के सवाल पर कहा कि नालंदा तो हमारी जगह है. उन्होंने कहा कि हम यहीं से सबसे बात कर लेते हैं. सीएम नीतीश ने कहा कि आप देखिए, अब तो सब नॉर्मल ही हो गया है. कुछ खास नहीं है अब. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि हम तो जाते ही रहते हैं.
सोशल मीडिया से हो रहा दुष्प्रचार
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद पता चलेगा कि घटना का कारण क्या था. सीएम नीतीश ने कहा कि अमित शाह को सासाराम जाना था इसलिए घटना करवाई गई. उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ में घटना को लेकर जिन लोगों ने अपनी दुकान चलाने की कोशिश की है, जल्दी पता चलेगा. सीएम नीतीश ने बिहार में जानबूझकर ये घटनाएं कराए जाने का आरोप लगाया और कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार किया जा रहा है.
असदुद्दीन ओवैसी उनका एजेंट, जिसकी दिल्ली में सरकार
सीएम नीतीश ने गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल के बीच हुई बातचीत पर भी आपत्ति जताई और कहा कि ऐसा कहीं होता है कि गृह मंत्री सीधे राज्यपाल से बात करे? उन्होंने अमित शाह के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी के दरवाजे नीतीश के लिए बंद हो गए हैं.
सीएम नीतीश ने कहा कि अमित शाह किस दरवाजे की बात कर रहे, उनका कौन सा दरवाजा है? उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला बोला और कहा कि वह उनका एजेंट है दिल्ली में जिनकी सरकार है. उन्होंने कहा कि ओवैसी ने 2017 में मुझसे मिलने का प्रयास किया था. मैंने मुलाकात नहीं की थी.
बिहार दंगे पर क्या बोलीं राबड़ी देवी
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहारशरीफ और सासाराम में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी पहले दंगे कराती है और फिर हल्ला करती है. राबड़ी देवी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी पूरे देश में दंगे करवाते हैं.
विपक्ष का विधानसभा में हंगामा
बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दिन हुई हिंसा का मामला विधानसभा में उठा. बिहार विधानसभा में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा में सरकार पर हिंसा की इन घटनाओं को लेकर जमकर हमला बोला. उन्होंने इन दंगों के मामले में एक पक्ष पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया.
बीजेपी के सदस्यों ने वेल में आकर जमकर नारेबाजी की और हंगामा किया. विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सरकार को डॉक्टर के अपहरण, हत्या के मामलों को लेकर भी घेरा और कहा कि सरकार इन सबका जवाब नहीं दे रही है. इसके बाद विधानसभा स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री से जवाब देने के लिए कहा. संसदीय कार्य मंत्री जब जवाब देने के लिए खड़े हुए, विपक्षी विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे.
बीजेपी विधायकों पर भड़के स्पीकर
संसदीय कार्य मंत्री ने बीजेपी पर अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि ये सवाल उठाएंगे लेकिन सरकार की बात नहीं सुनेंगे. विधानसभा स्पीकर भी बार-बार विपक्षी विधायकों से अपनी सीट पर जाने और सरकार की बात सुनने की अपील करते रहे. इसका कोई असर नहीं हुआ. स्पीकर बीजेपी विधायकों पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि क्या आपको जनता ने हो-हो-हो-हो करने के लिए विधानसभा में भेजा है? यही पढ़ाई किए हैं आप लोग.
मार्शल बुलाकर विधायक को स्पीकर ने कराया बाहर
विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा से स्पीकर ने कहा कि आसन आपके दबाव में, आपसे गाइड नहीं होगा. उन्होंने हंगामा नहीं थमा तो मार्शलों से बीजेपी विधायकों को सदन से बाहर निकालने के लिए कहा. मार्शलों ने बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा को विधानसभा से उठाकर बाहर कर दिया. विधायक जीवेश ने कहा कि ये व्यवहार हो रहा है विपक्ष के साथ, मार्शल से. बीजेपी विधायक इसके बाद भी वेल में आकर नारेबाजी करते रहे.
रामनवमी के दिन भड़की थी हिंसा
सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दिन हिंसा भड़क उठी थी. इसके बाद सासाराम में बम धमाके और कई राउंड फायरिंग की घटना भी हुई. बिहारशरीफ की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि सासाराम में छह लोग घायल हो गए थे. नालंदा पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई करते हुए 130 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ ही धारा 144 भी लगानी पड़ी थी.