राजस्थान: बजरी की ट्रॉली टेंपो पर पलटी, तीन लोगों की मौत

अलवर में बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सवारियों को ले जा रहे टेंपो पर पलट गई। इस हादसे में पिता और तीन बच्चों की मौत हो गई। इधर, जानकारी मिलते ही गांववाले मौके पर पहुंच गए। गुस्साए लोगों ने ट्रैक्टर को आग लगा दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड पर भी पथराव किया गया।

घटना जिले के कठूमर थाना क्षेत्र के खेड़ा मैदा गांव के पास भनोखर रोड की गुरुवार रात 9 बजे की है। दरअसल, हादसा अवैध बजरी ले जा रहे ट्रैक्टर की वजह से हुआ। टक्कर के बाद ट्रॉली टेंपो पर पलट गई और दो बेटे, एक बेटी के साथ पिता की दर्दनाक मौत हो गई। इसके दौरान ग्रामीणों ने शवों को उठाने से मना कर दिया और विरोध-प्रदर्शन किया।

शुक्रवार सुबह भी परिवार और प्रशासन के बीच सहमति नहीं बन पाई। परिवार ने एक करोड़ रुपए मुआवजे के साथ सरकारी नौकरी की भी मांग करते हुए कहा कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा वो पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे।

पुलिस ने बताया कि टेंपो ड्राइवर मुरारी लाल राव (44) की बेटी कृष्णा की तबीयत खराब थी। इस पर उसकी पत्नी लाड देवी उसे लेकर महुवा गई हुई थी। रात 8.30 बजे को मां-बेटी कठूमर वापस पहुंची। दोनों को लेने के लिए मुरारीलाल टेंपो लेकर अपने गांव सुंडियाना से निकाला था। इसी दौरान उसके दो छोटे बेटे भी उसके साथ जाने की जिद्द करने लगे, इस पर वह सभी को लेकर कठूमर के लिए जा रहा था।

पत्नी और बच्चों को लेकर लौटते समय घर से 500 मीटर की दूरी पर विक्रम ईंट-भट्टे पर सामने से आ रही बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली की रोशनी से टेंपो अनियंत्रित हो गई। ट्रैक्टर ड्राइवर भी स्पीड में था और टेंपो को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद ट्रॉली टेंपो पर पलट गई।

हादसे में मुरारी लाल राव (44) पुत्र कर्ण सिंह, बेटी कृष्णा (17), बेटा नितेश (6) और गौरव (8) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, मुरारीलाल की पत्नी लाड देवी (40) गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने उसे निजी वाहनों की सहायता से कठूमर सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से उसे अलवर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को आग के हवाले किया

गुस्साए ग्रामीणों ने आग बुझाने आई दमकल गाड़ी पर पथराव कर उसे वापस भगा दिया। मामला बढ़ता देख मौके पर कठूमर समेत बेतूल कला थाना, लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

ग्रामीण शवों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की। देर रात कठूमर एसडीएम और डीएसपी अशोक चौहान भी मौके पर पहुंचे और लोगों समझाया। इसके बाद में चारों के शवों को कठूमर मॉर्च्युरी में रखवाया गया। मृतक मुरारी के भाई विजेंद्र ने बताया कि प्रशासन परिवार को केवल आश्वासन दे रहा है। हम पोस्टमार्टम तब तक नहीं होने देंगे तब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा। अगर प्रशासन हमारे साथ जबरदस्ती करेगा तो उग्र आंदोलन करेगे। हालांकि डीएसपी अशोक चौहान और एसडीएम लखन दायमा मौके पर पहुंचकर परिजनों से समझाइश कर रहे हैं।

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