राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड के 14 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। कार्रवाई पिछले साल झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमला करने की माओवादियों की साजिश से जुड़े मामले में की गई है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि लोहरदगा में नौ और लातेहार जिले में पांच स्थानों पर संदिग्धों के परिसर पर छापे मारे गए हैं।
दस्तावेज भी बरामद किए गए
उन्होंने बताया कि छापों के दौरान एक देसी पिस्तौल के साथ छह कारतूस, एक मैगजीन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वित्तीय लेनदेन तथा संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। लोहरदगा में एक स्थान से झारखंड के चकला गांव के निवासी साजन कुमार को गिरफ्तार किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि कुमार संदिग्ध राजू कुमार उर्फ राजू साव के स्वामित्व वाले राजू ब्रिक्स नाम के ईंट भट्ठे में मुंशी के तौर पर काम करता था। साव कथित तौर पर माओवादी रवींद्र गंझू की ओर से उगाही करता था। वह उस धन का निवेश करता था और साजन कुमार को इस लेन-देन की पूरी जानकारी थी।
क्या है मामला?
उन्होंने बताया कि एनआईए द्वारा मामले की जांच संभालने से पहले झारखंड पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के तहत 18 जून को नौ आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। एनआईए ने कहा कि जांच के बाद उसने पाया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सक्रिय सदस्यों के साथ क्षेत्रीय समिति के सदस्य गंझू ने सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए एक आपराधिक साजिश रची और वे बुलबुल के जंगल में एकत्रित हुए।