कुरुक्षेत्र में प्रशासन की कथित लापरवाही के चलते एक बार फिर लाखों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया है, जिससे बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है। एक सप्ताह पहले हुई बारिश से भी प्रशासन सबक नहीं ले पाया, जिसके चलते अनाज मंडियों से गेहूं उठान समय रहते नहीं किया जा सका।
रविवार अल सुबह बारिश हुई, जिसमें अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर उठान की बाट जोह रहा गेहूं भीग गया है। हालांकि करीब आधा घंटा के बाद बारिश थम गई, लेकिन दिन भर बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसके चलते नुकसान और भी ज्यादा होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
बता दें कि जिला भर की अनाज मंडियों में रविवार सुबह तक करीब आठ लाख क्विंटल गेहूं उठान के इंतजार में खुले आसमान के नीचे पड़ा रहा। हालांकि एजेंसियों द्वारा शनिवार देर रात तक चार लाख आठ हजार 927 एमटी गेहूं का उठान किया गया, लेकिन विभिन्न एजेंसियों द्वारा 48 लाख 84 हजार 90 क्विंटल गेहूं की शनिवार देर रात तक खरीद की गई, जिसमें से सात लाख 94 हजार 820 क्विंटल गेहूं का उठान बाकी रहा। यहीं नहीं हजारों क्विंटल गेहूं खरीद की इंतजार में भी अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर पड़ा है और यह भी बारिश में भीग गया।
शनिवार को भी दिन भर आसमान में बादल छाए रहे थे, जिसके चलते किसानों की चिंता बढ़ी रही। गनीमत रही कि बारिश नहीं हुई और किसानों ने राहत की सांस ली, लेकिन रविवार अल सुबह फिर हुई बारिश ने फिर चिंता बढ़ा दी है।