मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने प्रदर्शन करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग की जाति आधारित गणना कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश का लाखों करोड़ रुपया लेकर जो लोग विदेश भाग गए व अन्य पिछड़ा वर्ग से नहीं हैं। देश में प्रत्येक चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने की मांग करते हुए ईवीएम का बहिष्कार किया गया।
रविवार को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश की बीजेपी सरकार पशुओं की गणना करा रही है, लेकिन वह देश के अन्य पिछड़ा वर्ग से जुड़े लोगों की गणना नहीं करा रही। यह इस वर्ग का अपमान है। चेतावनी दी गई की इनके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। कहा की राहुल गांधी ने नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी पर देश का पैसा लूटकर विदेश भागने का आरोप भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार पर लगाया था। जिस कारण राहुल गांधी को 2 साल की सजा हुई। उनकी संसद की सदस्यता भी समाप्त हो गई। भारतीय जनता पार्टी के लोग खुद को बचाने के लिए राहुल के बयान को ओबीसी का बता रहे हैं।
जबकि पैसा लूट कर भागने वालों में एक भी ओबीसी का नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की, कि देश का कोई भी चुनाव ईवीएम से नहीं होना चाहिए। निजी क्षेत्र में एससी -एसटी और ओबीसी को आरक्षण दिए जाने की भी मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए। पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया जाए। एनआरसी, एनपीआर और सीएए कार्यक्रमों को रोका जाए। प्रदर्शन में बोविन्दर कुमार, चमन लाल, विनोद कुमार, विजय सिंह, कर्म सिंह, पाल सिंह, कंवरपाल सिंह, प्रदीप और प्रह्लाद आदि शामिल रहे।