चित्रकूट जेल के पूर्व अधीक्षक अशोक कुमार सागर और जेलर संतोष कुमार के खिलाफ जांच पूरी हो गई है। दोनों पर जेल में बंद सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी से उसकी पत्नी निखत बानो को मिलाने में मदद करने और सुविधा मुहैया कराने के लिए उपहार व रिश्वत लेने का आरोप है।
भ्रष्टाचार निवारण के विशेष जज का स्थानांतरण होने के कारण विवेचक हर्ष पांडेय ने दोनों आरोपियों के खिलाफ लिंक/प्रभारी न्यायाधीश रमाकांत प्रसाद की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। कोर्ट ने सुनवाई के लिए आठ मई की तारीख तय कर दी है।
पुलिस ने कोर्ट में पेश चार्जशीट में बताया कि विवेचना के दौरान छह मार्च 2023 को अशोक कुमार सागर के सरकारी आवास से चार लाख रुपये नकद बरामद हुए थे। इसका आरोपी के पास कोई स्पष्टीकरण नहीं था। विवेचना में यह भी पता चला कि आरोपी ने इस दौरान मकान बनवाया और कार खरीदी थी।
11 अप्रैल को मामले में हुई थी चार्जशीट दायर
अशोक पर मामले में अन्य अभियुक्तों से मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचने का भी आरोप है। गौरतलब है कि पुलिस ने गत 11 अप्रैल को मामले में आरोपी विधायक अब्बास अंसारी, निखत बानो, ड्राइवर नियाज अंसारी, जेल कैंटीन संचालक नवनीत सचान और फराज खान के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।
11 फरवरी को कर्वी थाने में दर्ज हुई थी रिपोर्ट
अभियोजन के मुताबिक मामले की रिपोर्ट दरोगा श्याम सिंह ने 11 फरवरी को चित्रकूट के कर्वी थाने में दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि निखत बानो जेल में बंद अपने पति अब्बास अंसारी से मिलने के लिए वहां रोजाना बेरोकटोक आती हैं।
निखत के पास मिली थी विदेशी मुद्रा, जेवरात और नकदी
वहीं, अब्बास अपनी पत्नी के फोन से मुकदमे और अभियोजन के लोगों को डराता-धमकाता है। इस पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने छापा मारा तो पता चला कि निखत अपने पति के साथ जेल अधीक्षक के बगल वाले कमरे में है। निखत के पास से विदेशी मुद्रा समेत जेवरात और नकदी मिले थे।
मामले में सात लोगों को किया था गिरफ्तार
जेल में छापा के दौरान निखत बानो और उसके ड्राइवर नियाज अंसारी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद चित्रकूट जेल के पास निखत बानो को मकान की व्यवस्था और बिना पर्ची के पति से मुलाकात करवाने के आरोप में फराज खान को गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ जेल वार्डन जगमोहन, जेलर संतोष कुमार, जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर और डिप्टी जेलर चंद्रकला की गिरफ्तारी भी की गई।
850 पन्नों में लिखी हैं ये बातें
इसमें निखत के जेल में आने की सेटिंग कराने से लेकर उसकी गिरफ्तारी तक की कहानी हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे निखत ने छोटे से लेकर बड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को सेट करवाया। इसके बाद एक वीआईपी की तरह अपने पति से जेल के अंदर मीटिंग करती रही।
अभी कुछ विवेचना है जारी
विवेचना अधिकारी हर्ष पांडे ने बताया कि जेल मिलन कांड के संबंध में सपा के जिला महासचिव फराज खान, जेल कैंटीन संचालक नवनीत सचान, डिप्टी जेलर चंद्रकला इनके खिलाफ पहले चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। अभी आरोपी लखनऊ जेल में बंद है। अभी कुछ विवेचना चल रही है।
जेल में बढ़ाए गए हैं 20 सीसीटीवी
डिप्टी जेलर राजीव सिंह ने बताया कि लगभग 20 कैमरे बढ़ा दिए गए हैं। चित्रकूट जेल के आठ कैमरे लखनऊ से सीधे अटैच हैं। उन्होंने कहा कि जेल में बंद कुख्यात अपराधियों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। इनकी सभी गतिविधियां रिकॉर्ड की जा रही हैं। जेल में डबल जाली से मिलाई की जा रही है।