कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के इस वादे के एक दिन बाद कि कांग्रेस सत्ता में आई तो राज्य में भगवान हनुमान के मंदिरों का निर्माण किया जाएगा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उनपर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शिवकुमार को पहले अपनी पार्टी के साथ अपने इस वादे पर विचार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान श्रीमती वाड्रा को अमेठी में नमाज अदा करते हुए देखा है।
स्मृति बोलीं- मैं शिवकुमार को विनम्रतापूर्वक बताना चाहती हूं कि वह सीएम नहीं बनने जा रहे
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता को राज्य में इस तरह के वादे नहीं करने चाहिए क्योंकि उनकी पार्टी 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं जीत रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं डीके शिवकुमार को विनम्रतापूर्वक बताना चाहती हूं कि वह सीएम नहीं बनने जा रहे हैं, इसलिए बेहतर होगा कि वह मंदिर का झूठा वादा न करें। भगवान हनुमान मंदिरों के निर्माण के शिवकुमार के वादे की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “यह कहने से पहले, क्या उन्होंने (शिवकुमार ने) श्रीमती वाड्रा से चर्चा की?” उन्होंने कहा कि मैं ऐसा इसलिए कह रही हूं क्योंकि अमेठी में 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने श्रीमती वाड्रा को सड़क पर नमाज अदा करते देखा था।
डीके शिवकुमार ने चुनाव जीतने पर हनुमान मंदिरों के निर्माण का किया था वादा
ईरानी ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि जो इस्लाम में विश्वास करते हैं, वे मूर्ति पूजा नहीं कर सकते या मंदिर नहीं बना सकते। इसलिए अगर उनके नेता मूर्ति पूजा और मंदिर के खिलाफ हैं, तो क्या डीके शिवकुमार ऐसा वादा कर सकते हैं? डीके शिवकुमार ने गुरुवार को मैसूर के अपने दौरे के दौरान वादा किया था कि यदि कांग्रेस की सरकार बनी तो पूरे राज्य में और अधिक भगवान हनुमान मंदिरों का निर्माण करेंगे या मौजूदा मंदिरों का जीर्णोद्धार करेंगे। कांग्रेस के इस चुनावी वादे को घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध की बात करने से हुए नुकसान के डैमेज कंट्रोल की तरह देखा जा रहा है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और बजरंग दल को एक जैसा संगठन माना है और कहा कि सत्ता में आने के बाद वह उसपर प्रतिबंध लगाएगी।