राजस्थान: केंद्रीय मंत्री शेखावत ने की पायलट की तारीफ

सीएम और पायलट के बीच चल रही तनातनी अब सब के सामने है। इधर, गुरुवार को भ्रष्टाचार के विरोध में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अजमेर से जनसंघर्ष यात्रा की भी शुरुआत कर दी है। वहीं जोधपुर दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पायलट की जमकर तारी की।

पायलट की तारीफ के साथ ही उन्होंंने सीएम अशोक गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि- मुख्यमंत्री के विचार सुनकर मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गईं हैं।

दरअसल, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत दो दिन के लिए जोधपुर दौरे पर है। वे गुरुवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे और यहां मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम पर निशाना साधा।

केंद्रीय ने पायलट की तारीफ करते हुए कहा- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 5 साल मेहनत कर फिर से कांग्रेस को सत्ता दिलाई। पिछली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 5 साल के शासन के बाद कांग्रेस सिर्फ 21 सीटों पर सिमट गई थी। तब पायलट ने हर गांव और कस्बे तक जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जान फूंकी।

उसी पायलट पर मुख्यमंत्री आरोप लगा रहे हैं। उस व्यक्ति के लिए मुख्यमंत्री के विचार सुनकर के मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गईं। जब उनके अपने पार्टी के नेता के बारे में ही ऐसे विचार हैं तो मेरे और अमित शाह जी के प्रति उनका यह स्वभाव समझ में आता है।

शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धौलपुर के एक सरकारी कार्यक्रम में सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले विधायकों से कथित रूप से सरकार गिराने की नीयत से लिया गया पैसा लौटाने की अपील की थी। मुख्यमंत्री ने जिस तरह से अपने ही विधायकों के खिलाफ बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।

शेखावत ने कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा पढ़नी चाहिए। ये धारा कहती हैं कि जिसने पैसा लिया, वह प्रथमदृष्टया दोषी है। कानून यह भी कहता है कि यदि किसी को यह पता हो कि उनके साथ काम करने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो उसे कार्रवाई करनी पड़ेगी, यदि जानते हुए भी वह भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं कर रहा तो वह भी दोषी हैं।

मुख्यमंत्री जी को स्पष्ट करना चाहिए कि जब उन्हें पैसे के लेन-देन का पता है तो उन्हें कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे? यदि उनकी बात का कोई आधार नहीं है तो उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।

भ्रष्टाचार के कारण यात्रा निकालने की मजबूरी

शेखावत ने कहा कि राजस्थान की वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। स्थानीय विधायकों से लेकर के राज्य सरकार स्तर पर बैठे लोगों के कारनामे अलग-अलग प्रकार से दिखाई देते हैं। ऐसी सरकार पर जब हम भ्रष्टाचार का आरोप लगाए तो कहा जा सकता है कि ये राजनीति से प्रेरित हैं, लेकिन उन्हीं की सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री अपनी गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए पदयात्रा करने को मजबूर हो जाते हैं तो सारी बातें स्वत: ही स्पष्ट हो जाती है।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के आरोप सही है तो विधायकों पर कार्रवाई करनी चाहिए वरना मुख्यमंत्री को माफी मांगने चाहिए।

प्रधानमंत्री के बयान की निंदा नहीं करनी चाहिए

शेखावत ने नाथद्वारा में प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री के बयान को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बातें कही, वे व्यापक दृष्टिकोण में कही गई थीं। उस बात को लेकर सीएम ने जो ट्वीट किया, वह गलत है।

इस ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री को सरकारी कार्यक्रम में राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए। शेखावत ने कहा कि दूसरी ओर प्रदेश सरकार द्वारा महंगाई राहत कैंप जैसे सरकारी आयोजन कराए जा रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री गहलोत स्वयं राजनीतिक भाषण दे रहे हैं।

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