मारग्रेट कीनन को सुबह जल्दी उठने की आदत का फायदा मिला और वह तड़के ही सेंट्रल इंग्लैंड के स्थानीय अस्पताल पहुंच गईं. इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल के बाद यह टीका लेने वाली वह दुनिया की पहली शख्स बन गई हैं.
ब्रिटेन में कोरोना वायरस की वैक्सीन देने का काम शुरू हो गया है. मंगलवार से व्यापक पैमाने पर यह कार्यक्रम शुरू किया गया है. उत्तरी आयरलैंड की रहने वाली 90 साल की मारग्रेट कीनन दुनिया की पहली शख्स बन गई हैं, जिन्हें कोरोना वायरस की वैक्सीन दी गई है. ब्रिटेन में मंगलवार तड़के से ही लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो गया था.
मारग्रेट कीनन को सुबह जल्दी उठने की आदत का फायदा मिला और वह तड़के ही सेंट्रल इंग्लैंड के स्थानीय अस्पताल पहुंच गईं और उन्हें फाइजर/बायो-एन-टेक (Pfizer) की कोविड वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) दी गई है. इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल के बाद यह टीका लेने वाली वह दुनिया की पहली शख्स बन गई हैं.
जन्मदिन से पहले मिला बेस्ट गिफ्ट:
90 साल की मारग्रेट का अगले हफ्ते जन्मदिन है. वैक्सीन लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि वह बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के लिए सबसे पहले उन्हें चुना गया. यह अपने आप में ही जन्मदिन से पहले मिला अब तक सर्वश्रेष्ठ गिफ्ट है. उम्मीद है जल्द वह सामान्य जीवन में लौटकर अपने परिवार के साथ नया साल मना पाएंगी.
वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं
कीनन ने लोगों से यह भी कहा कि वैक्सीन लगवाने से डरने की जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि अगर वह 90 साल की उम्र में यह वैक्सीन लगवा सकती हैं, तो बाकी लोगों को भी यह टीका लगवाना चाहिए. ब्रिटेन दुनिया का पहला ऐसा देश है जिसने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन (Vaccine) को मंजूरी दे दी है. मंगलवार को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम शुरू हो गया. यहां पहले 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों और स्वास्थ्य सेवा में लगे कर्मचारियों को वैक्सीन दी जा रही है.
भारत से भी मांगी अनुमति
दवा कंपनी फाइजर ने अपनी वैक्सीन को कोरोना वायरस के खिलाफ 95 फीसदी सफल बताया है. इस कंपनी की यह वैक्सीन अंतिम ट्रायल के बाद कोरोना वायरस से लड़नके लिए 95 प्रतिशत सफल रही है. इस कंपनी ने कोविड वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए भारत से भी अनुमति मांगी है. इस दवा को बहरीन में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. यह वैक्सीन दो खुराक में दी जाती है.