झारखंड की पहली बोट एंबुलेंस सेवा अगले सप्ताह साहिबगंज जिले से शुरू होने जा रही है। यह सुविधा दियारा क्षेत्र में रहने वाले दो लाख से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने में मदद करेगी। दियारा क्षेत्र में गंगा नदी के पार कई पंचायतें स्थित हैं। मानसून के दौरान जलाशय के किनारे रहने वाले लोग क्षेत्र के जलमग्न होने के कारण पीड़ित होते हैं। यह क्षेत्र लगभग दुर्गम हो जाता है।
मानसून के दौरान रुक जाते हैं स्वास्थ्य कार्यक्रम
साहिबगंज के उपायुक्त (डीसी) राम निवास यादव ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मानसून के दौरान क्षेत्र में टीकाकरण सहित कई स्वास्थ्य कार्यक्रम रुक जाते हैं। इसलिए उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए बोट एम्बुलेंस सेवा शुरू करने का फैसला किया गया है। साहिबगंज प्रशासन ने जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) के तहत फंड से दो बोट एंबुलेंस खरीदी हैं। ये नावें शुक्रवार को साहिबगंज पहुंचीं। प्रत्येक बोट एम्बुलेंस की कीमत 29.17 लाख रुपये है।
15 मई से शुरू हो जाएगी सेवा
उन्होंने कहा, अगर हम एम्बुलेंस में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, ईसीजी उपकरण, रोगियों के लिए केबिन, लैब तकनीशियन और अन्य की गणना करते हैं, तो यह लगभग 48 लाख रुपये होगा।अधिकारी ने बताया कि एंबुलेंस को आधिकारिक तौर पर 15 मई को सेवा में उतारा जाएगा। एक एम्बुलेंस का इस्तेमाल राजमहल और दूसरी का इस्तेमाल साहिबगंज इलाके में किया जाएगा। देवघर के एम्स को छोड़कर संथाल परगना क्षेत्र में शायद ही कोई स्वास्थ्य सुविधा है। आपात स्थिति में मरीजों को बिहार के पूर्णिया और पश्चिम बंगाल के मालदा ले जाने के लिए भी बोट एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा।
नौकाओं की देखरेख करेगी आपूर्ति करने वाली एजेंसी
अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में अगर कोई व्यक्ति दियारा इलाके में बीमार पड़ता है तो उसे पारंपरिक नौका से गंगा पार कर अस्पताल लाया जाता है। बोट एम्बुलेंस छह लोगों को ले जा सकती है। यादव ने कहा कि जिस एजेंसी ने नौकाओं की आपूर्ति की है, वह अगले दो वर्षों तक इसके संचालन और रखरखाव का ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने चालक और प्रयोगशाला तकनीशियन भी उपलब्ध कराए हैं।
अग्निशामक यंत्र- मास्टहेड लाइट से लैस होंगी नौकाएं
साहिबगंज के सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने बताया, बोट एंबुलेंस में प्राथमिक उपचार, ईसीजी, ऑक्सीजन इनहेलर, फ्लो मीटर होगा। एक अधिकारी ने बताया कि नौकाएं जीपीएस सक्षम होंगी और रात में नौवहन के लिए अग्निशामक यंत्र और मास्टहेड लाइट से लैस होंगी। झारखंड सरकार ने हाल ही में रांची से एयर एंबुलेंस सेवा शुरू की थी।