पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने आरोप लगाया है कि बीते दिनों पाकिस्तान में हुई हिंसा के पीछे सरकार का ही हाथ है। इमरान ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए सरकारी एजेंसी के लोगों ने आगजनी और गोलीबारी की। पीटीआई चीफ ने कहा कि यह सब लंदन प्लान का हिस्सा है ताकि उनकी पार्टी पर प्रतिबंध लगाया जा सके।
इमरान खान ने लगाया आरोप
इमरान खान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए एक वीडियो में कहा कि ‘हमारे पास इस बात के काफी सबूत हैं कि आगजनी और गोलीबारी सरकारी एजेंसी के लोगों ने की, जो चाहते थे कि तबाही हो और इसका आरोप पीटीआई पर लगाया जा सके। जिससे अब जो पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी को सही ठहराया जा सके। इमरान खान ने कहा कि सरकारी इमारतों और लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर में आगजनी के पीछे भी सोची-समझी रणनीति है।’
इमरान ने की जांच की मांग
इमरान खान ने हिंसा की घटनाओं की स्वतंत्र जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि ‘यह सब लंदन प्लान का हिस्सा है ताकि हमारे कार्यकर्ताओं और मेरे समेत पार्टी नेतृत्व को जेल भेजा जा सके।’बता दें कि बीते दिनों अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद देशभर में हिंसा शुरू हो गई थी। पहली बार पाकिस्तान में सेना मुख्यालय को निशाना बनाया गया और वहां तोड़फोड़ की गई। वहीं लाहौर में सेना के एक शीर्ष अधिकारी के बंगले को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा में 10 के करीब लोगों की मौत हुई थी। हालांकि पीटीआई का दावा है कि गोलीबारी में 40 लोगों की मौत हुई है।
इससे पहले इमरान खान ने आरोप लगाया कि सरकार उन पर राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाकर उन्हें 10 सालों तक जेल में रखना चाहती है। इमरान ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी पर भी प्रतिबंध लगाने की साजिश रची जा रही है।