अयोध्या: राममंदिर निर्माण पर अब तक 345 करोड़ खर्च

श्रीरामजन्मभूमि परिसर में हो रहे मंदिर निर्माण से रामभक्तों की सदियों की प्रतीक्षा खत्म हो रही है। राममंदिर न सिर्फ तकनीकी रूप से दुनिया के चुनिंदा मंदिरों में शामिल होगा, बल्कि भव्यता में भी इसका कोई सानी नहीं होगा। 77 एकड़ के संपूर्ण रामजन्मभूमि परिसर को संवारने में 1835 करोड़ के खर्च का अनुमान श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लगाया है। अकेले मंदिर निर्माण में अब तक 345 करोड़ खर्च हो चुके हैं।

राममंदिर निर्माण के लिए हर रोज लाखों का दान आ रहा है। 2021 में ट्रस्ट द्वारा चलाए गए निधि समर्पण अभियान में ही मंदिर निर्माण के लिए करीब पांच करोड़ रामभक्तों की ओर से समर्पित किया गया था।

ऐसे में ट्रस्ट के सूत्रों का कहना है कि मंदिर निर्माण में धन की कमी आड़े नहीं आने पाएगी। मंदिर भव्यता व तकनीक के लिहाज से दुनिया के चुनिंदा मंदिरों में से एक हो, इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। अकेले मंदिर निर्माण की लागत ही 575 करोड़ आंकी गयी है, जिसमें से अब तक 345 करोड़ खर्च हो गए हैं। 

ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर मंदिर निर्माण के चित्र व वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित कर देश-दुनिया के भक्तों को मंदिर की प्रगति से भी अवगत कराया जाता है। राममंदिर के भूतल का काम 85 फीसदी पूरा हो चुका है। जनवरी 2024 में गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। ट्रस्ट द्वारा आय-व्यय में पारदर्शिता बरतने के लिए टीसीई को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जो आय-व्यय का पूरा हिसाब रखती है। इसकी सोशल ऑडिट भी हर साल कराया जाता है।

इन प्रकल्पों का भी होगा निर्माण 
रामजन्मभूमि परिसर में राममंदिर के अलावा कई अन्य प्रकल्प भी बनाए जाने हैं। 25 हजार भक्तों के लिए तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण होना है। इसके अलावा, सीता रसोई, गोशाला, संग्रहालय, त्रिस्तरीय वृक्षारोपण, बहुतलीय पार्किंग सुविधा, सुरक्षित अमानती घर, आपातकालीन चिकित्सा सहायता केंद्र, बैंक, एटीएम, बहुआयामी चल चित्रशाला, यज्ञशाला, रामलीला केंद्र, अन्न क्षेत्र आदि का भी निर्माण होना है।

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