मजबूत आपदा यात्रा प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का करें उपयोग- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों, यात्रा मार्गों और यात्रा आधार शिविरों पर अमरनाथ तीर्थ यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। डाक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की अतिरिक्त टीमों के साथ एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा और आपातकाली बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। आपात प्रबंधन को मजबूत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का पूर्ण उपयोग किया जाएगा। उपराज्यपाल ने पहलगाम का दौरा कर चंदनवाड़ी, नुनवान बेस कैंप आदि में यात्रा संबंधी तैयारियों का निरीक्षण किया।

उपराज्यपाल ने कैंप प्रभारी और अन्य अधिकारियों को 20 जून तक शेषनाग और पंजतरणी शिविरों को क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। 20 जून को ही एमजी टाप, पंजतरणी और अन्य क्षेत्रों से बर्फ हटाने सहित अन्य कार्य, पवित्र गुफा में आपातकालीन लैंडिंग प्लेटफार्म, बाउंड्री वाल, संवेदनशील हिस्सों पर सुरक्षा रेलिंग, हर शिविर में पानी की आपूर्ति और आरओ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। 

यात्रा शुरू होने से पहले चंदनवाड़ी से पवित्र गुफा तक खच्चरों, पिट्ठुओं के लिए ट्रैक को तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को नियमित एंबुलेंस, हेली एंबुलेंस सेवा औ्र आक्सीजन सिलेंडर की उचित व्यवस्था करने को कहा। इस बीच उपराज्यपाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर यात्रा संबंधी तैयारियों की जानकारी ली। 17 जून तक प्रत्येक कैंप में बिजली आपूर्ति और रोशनी की व्यवस्था कर ली जाए। स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य उपकरणों की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाया जाए। 

स्वास्थ्य विभाग द्वारा एसओपी (स्टेंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर) को प्रत्येक शिविर में लागू किया जाएगा। उन्होंने अमरनाथ यात्रा के सफल संचालन के लिए पंचायती राज संस्थाओं और नागरिक समाज के सदस्यों की भागीदारी पर जोर दिया। नागरिक प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां मजबूत समन्वय के साथ काम करें। यात्रा शुरू होने से पहले स्टील गर्डर पुलों का काम पूरा कर लिया जाए। मजबूत दूरसंचार और मोबाइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के अलावा पूर्व रिकार्ड किए गए संदेशों और सूचना प्रसार, साइनेज व सूचना बोर्डों के उन्नयन के साथ विभिन्न स्थानों पर एलईडी लगाने के निर्देश पारित किए गए।

पवित्र गुफा के पास अनाधिकृत टेंट नहीं लगेंगे, एसओपी का कड़ाई से पालन होगा

अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास एसओपी और जरूरी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। स्वच्छता, टेंट की गुणवत्ता, आग बुझाने के यंत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ टेंट लगाने के दौरान पर्याप्त अंतराल सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें किसी भी अनाधिकृत टेंट लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को 25 जून तक नाले का काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

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