भोपा। नंगला बुजुर्ग निवासी ई-रिक्शा चालक जमशेद के अपहरण करने के आरोप में पुलिस ने गांव के ही कफिल को गिरफ्तार किया है। पुलिस को आरोपी ने ई-रिक्शा की थाना सिखेड़ा क्षेत्र में ले जाकर हत्या करना बताया। पुलिस को अभी का जमशेद का शव नहीं मिला है।
नंगला बुजुर्ग निवासी ई-रिक्शा चालक जमशेद (25) सात मार्च को लापता हो गया था। वह नहीं मिला तो परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिजनों को गांव के ही कफिल पर जमशेद को गुम करने का शक था। पुलिस ने कफिल की गिरफ्तारी के प्रयास किए, लेकिन वह चकमा देता रहा। थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि परतापुर के मूल निवासी आरोपी कफिल को गांव नगला बुजुर्ग से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में बताया कि उसने शादी कराने का झांसा देते हुए जमशेद से 70 हजार रुपये हड़प लिए थे। तकादा करने पर सात मार्च को उसने जमशेद को फोन कर गांव कासमपुरा बुलाया। उसे शादी के लिए लड़की दिखाने के नाम पर सिखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बिहारी के मार्ग पर ले गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। शव वही ईख के खेत में फेंक दिया था।
इसके बाद वह अमरोहा जिले के नोगांवा गांव निवासी अपने भतीजे दानिश के घर पहुंच गया था। शादी में बैंड बजाने जाने की बात कह कर जमशेद की रिक्शा वहीं छोड़ दी थी। दस दिन बाद पुलिस ने रिक्शा बरामद कर ली थी। तब अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। काफी प्रयासों के बाद भी शव नहीं मिल सका हैं। मामले को अपहरण का मानते हुए आरोपी का चालान कर दिया हैं। उधर, परिजनों ने हत्या में कफिल के साथ अन्य साथी का भी शामिल होने बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
पूछताछ में बताया कि उसने शादी कराने का झांसा देते हुए जमशेद से 70 हजार रुपये हड़प लिए थे। तकादा करने पर सात मार्च को उसने जमशेद को फोन कर गांव कासमपुरा बुलाया। उसे शादी के लिए लड़की दिखाने के नाम पर सिखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बिहारी के मार्ग पर ले गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। शव वही ईख के खेत में फेंक दिया था।
इसके बाद वह अमरोहा जिले के नोगांवा गांव निवासी अपने भतीजे दानिश के घर पहुंच गया था। शादी में बैंड बजाने जाने की बात कह कर जमशेद की रिक्शा वहीं छोड़ दी थी। दस दिन बाद पुलिस ने रिक्शा बरामद कर ली थी। तब अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। काफी प्रयासों के बाद भी शव नहीं मिल सका हैं। मामले को अपहरण का मानते हुए आरोपी का चालान कर दिया हैं। उधर, परिजनों ने हत्या में कफिल के साथ अन्य साथी का भी शामिल होने बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
आत्महत्या करने का ड्रामा
भोपा। 13 मार्च को कफिल ने अपराध छिपाने को गंगनहर में डूब कर आत्महत्या का ड्रामा रचा था। उसके कपड़े गंगनहर की पटरी से बरामद हुए थे। पुलिस ने कफिल के मामले में भी गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। लगभग तीन माह तक कफिल पुलिस को चकमा देता रहा।