हाथरस: एसी मिस्त्री की हत्या का खुलासा, घटनास्थल से मिली बाइक ने खोला राज

हाथरस में एसी मिस्त्री संजय को गोली मारने के बाद हत्यारोपियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन संजय की दुकान पर बैठे अनिल व अन्य साथियों ने हत्यारोपियों पर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव के दौरान हत्यारोपी अपनी बाइक को घटना स्थल पर ही छोड़कर भाग गए। यह बाइक इस घटना के खुलासे में अहक कड़ी साबित हई। इस बाइक की मदद से ही घटना के खुलासे के साथ साथ दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई। 

उल्लेखनीय है कि 5 जुलाई की दोपहर करीब 2 बजे मुरसान गेट स्थित गांधी नगर लाला का नगला में एसी मिस्त्री संजय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान हत्यारोपी हवाई फायरिंग करते हुए घटना स्थल से भागने में सफल हुए थे। घटना के दौरान यहां दुकान पर बैठे लोगों ने संजय के गोली लगने के बाद हत्यारोपियों पर पथराव कर दिया था। इस कारण हत्यारोपी मौके पर ही बाइक को छोड़कर भाग गए थे।

घटना स्थल पर हत्या में प्रयुक्त बाइक को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था।पुलिस ने घटना की जांच की शुरूआत बाइक से ही की। इस बाइक से एसओजी व पुलिस टीम घटना की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई। घटना में प्रयुक्त बाईक 45 पीएससी में तैनात सुरेंद्र चौधरी के नाम पर निकली। इस बाइक को सुरेंद्र ने विगत में ही अपनी चचिया ससुर तोताराम निवासी भुवनगढ़ी हरदुआगंज को बेची थी। 

इस बाइक को तोताराम को साला बमनगढ़ी निवासी गौरव चौधरी घटना से कुछ दिन पहले ही लेकर आया था। इसके बाद गौरव चौधरी ने इस बाइक को घटना में प्रयुक्त किया। पुलिस ने इन सब कड़ियों को जोड़ते हुए घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी की धरपकड़ शुरू की। 

संजय की पहचान कराने के लिए देवेंद्र ने खींचा था फोटो 
एसी मिस्त्री संजय की हत्या कराने से पहले देवेंद्र ने हत्यारोपियों को पहले संजय की पहचान कराई थी। देवेंद्र ने घटना से पहले संजय की दुकान पर आकर मुलाकात की। यहां तक कि संजय के साथ सेल्फी भी ली। इस सेल्फी को ले जाकर उसी समय हत्यारोपी गौरव चौधरी व मोनिषकांत शर्मा को दिखाया गया। फोटो के माध्यम से संजय की पहचान कराई गई। इस पहचान के बाद दोनों हत्यारोपी गली में एसी की दुकान पर पहुंचे। यहां पहुंचकर संजय को गोली मारी।

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