श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क (केएनपी) में दो और चीतों को छोड़ा गया है। मंगलवार को इस बात की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा कि अब कूनो नेशनल पार्क में खुले में घूमने वाले चीतों की संख्या 12 हो गई है।
दरअसल, साल 2022 में नामीबिया से आठ चीते भारत लाए गए थे, जिनमें पांच मादा और तीन नर शामिल थे। देश में इन प्रजातियों को फिर से लाने के एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के हिस्से के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 17 सितंबर को उन्हें एक विशेष बाड़ों में छोड़ा था।
श्योपुर के प्रभागीय वन अधिकारी पीके वर्मा ने कहा कि सोमवार रात को दो नर चीतों (प्रभाष और पावक) को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में छोड़ दिया गया है। इन दोनों को दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया गया था। इसके साथ ही साल 2023 में 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते, सात नर और पांच मादा चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था।
मार्च से अब तक कूनो नेशनल पार्क में चीता ज्वाला से पैदा हुए तीन शावकों सहित छह चीतों की मौत हो चुकी है। ज्वाला ने इस साल मार्च में केएनपी में चार शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले भारत में आखिरी चीता की मौत 1947 में वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में हुई थी। साल 1952 में इस प्रजाति को देश से विलुप्त घोषित कर दिया गया था।