मुजफ्फरनगर: नागिन नदी का जलस्तर घटने से ग्रामीणों को मिली राहत

खतौली। नागिन नदी का जलस्तर घटने से ग्रामीणों ने राहत महसूस की है। बारिश के दौरान मवाना मार्ग पर बनाए गए अस्थायी पुल से पानी की निकासी न होने के कारण तीन गांवों के किसानों की फसलें पानी में डूब गई थी।

बरसात में गांव कवाल के नाले से अचानक आए पानी से नागिन नदी का जलस्तर बढ़ गया था। मवाना मार्ग पर पुराने पुल को तोड़ कर बनाए गए अस्थायी पुल से नदी के पानी की निकासी न होने से गांव जावन, खोकनी, पलड़ी के जंगल में पानी भरने से किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं थी। नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी गांव जावन तक पहुंच गया था।

एसडीएम सुबोध कुमार ने नदी पर पहुंच कर निरीक्षण किया था। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर मौके पर जेई को बुलवाया गया। एसडीएम ने जेसीबी मशीन की मदद से अस्थाई पुल के निकट बह कर आए मलबे की सफाई करा कर पानी की निकासी कराई। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के पुल से पानी की निकासी होने पर जलस्तर कम हुआ है। जंगल में भी पानी का स्तर घट गया है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। कहना है कि बारिश न हुई तो दो दिन में खेतों में भरा पानी पूरी तरह से निकल जाएगा।

पानी में बह कर आए मृत गोवंश
खतौली। ग्रामीणों ने बताया कि मवाना मार्ग पर बनाए गए अस्थाई पुल के निकट की गई सफाई के दौरान कई मृत गोवंश मिले हैं। बारिश के दौरान नदी का जलस्तर बढ़ने से जंगल में घूम रहे निराश्रित गोवंश की पानी में डूबने से मौत हुई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here