यमुनोत्री हाईवे: पत्थरों की बरसात, दो दिन से फंसे श्रद्धालु

यमुनोत्री हाईवे पर दो दिनों से श्रद्धालु जगह-जगह फंसे हुए हैं। अधिकांश श्रद्धालुओं ने खरादी बडकोट से वापस गंगोत्री धाम जाने का निर्णय लिया तो कहीं श्रद्धालुओं के जत्थे जगह-जगह बंद होने से बीच में फंसे हुए हैं। इनमें बिहार, गुजरात महाराष्ट्र आदि राज्यों से आए श्रद्धालु है। वहीं दूसरी तरफ यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट,खनेडा किसाला स्लीपजोन के पास बंद होने कारण खरशालीगांव गांव की प्रसव पीड़ित महिला बीच में फंसी हुई हैं।

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थान सुनगर के पास  यातायात हेतु सुचारू कर दिया गया है, लेकिन यमुनोत्री हाईवे कई जगह अभी भी बंद है। लगातार से पहाड़ी से पत्थरों की बरसात हो रही है। पीड़ित महिला के पति ग्रीस लाल, महिला के जीजा सुरेश लाल ने बताया कि खरशालीगांव से तिर्खली गांव तक तीन वाहन बदलने के बाद दो किमी उतराई-चढ़ाई चढ़ कर ओजरी गांव के पास पहुंचे है। अब यहां  वाहन की व्यवस्था में जुटे हैं।

कर्णप्रयाग: ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे यातायात शुरू
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर कर्णप्रयाग में उमा माहेश्वर आश्रम के पास यातायात सुचारू है। शनिवार शाम को हाईवे पर मलबा आ गया था जिसे रात तक हटाया गया, लेकिन फिर से वहीं पर मलबा आने के बाद हाईवे बंद हो गया था। सुबह मलबा हटा दिया गया। हाईवे पर यातायात सुचारू होने के बाद वहां फंसे बड़े वाहन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए हैं।

वहीं, चमोली जिले के गैरसैंण के पास कालीमाटी में हाईवे पर मरम्मत कार्य जारी है। करीब 5 घंटे बाद हाईवे खुलने की संभावना है। दो दिन पहले कालीमाटी में सड़क टूटने से 30 मीटर लंबा, 7 मीटर चौड़ा और 5 मीटर गहरा खड्ड बन गया था। एनएच के एई अंकित सागवान ने कहा कि उसे भरने को 5 ट्रक मलबा लाने के लिए लगाए गये है। यह मलवा करीब 15 किलोमीटर दूर आगरचट्टी से लाया जा रहा है।

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