रूसी वायुसेना ने चार महीने में दूसरी बार अमेरिकी ड्रोन को बनाया निशाना

अमेरिका और रूस के बीच तनाव जारी है। इसी क्रम में, एक रूसी लड़ाकू जेट ने सीरिया के ऊपर अमेरिकी ड्रोन के पास खतरनाक तरीके से उड़ान भरी और उस पर हमला कर उसके प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह जानकारी मंगलवार को अमेरिकी सेना ने दी। 

रविवार सुबह की घटना

संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूस पर एक बार फिर आसमान में गैर-पेशेवर व्यवहार का आरोप लगाया। वायु सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्स ग्रिनकेविच ने बताया कि रविवार तड़के एक रूसी लड़ाकू विमान ने खतरनाक तरीके से अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन के करीब उड़ान भरी, उसे परेशान किया और सीधे ऊपर की स्थिति से फ्लेयर्स तैनात किए, जिससे विमानों के बीच केवल कुछ मीटर की दूरी थी। बता दें, फ्लेयर को किसी भी प्रकार के हेलीकॉप्टर, परिवहन विमान और जेट की सुरक्षा के लिए तैयार किया गया है।

सुरक्षित घरेलू बेस में वापस पहुंचा विमान

ग्रिनकेविच ने कहा रूसी फ्लेयर्स में से एक ने अमेरिका के एमक्यू-9 पर हमला किया, जिससे इसके प्रोपेलर को बहुत नुकसान पहुंचा। हालांकि, एमक्यू-9 के क्रू ने साहस दिखाते हुए उड़ान जारी रखी और अपने घरेलू बेस पर सुरक्षित वापस ले आया।

रूसी लड़ाकू की आलोचना 

अमेरिकी वायु सेना के प्रमुख ने रूसी लड़ाकू की आलोचना की और आरोप लगाया कि उसने आईएसआईएस को हराने के मिशन में बाधा डाली है। ग्रिनकेविच ने कहा कि हम सीरिया में रूसी सेना से ऐसी लापरवाही, अकारण और गैर-पेशेवर व्यवहार पर रोक लगाने की अपील करते हैं।

मार्च में किया था हमला

ऐसा नहीं है जब पहली बार रूसी लड़ाकू विमानों और अमेरिकी विमानों के बीच मुठभेड़ हुई है। इससे पहले भी एक घटना मार्च में काला सागर के ऊपर हुई थी। एक रूसी Su-27 फाइटर जेट ने उसी प्रकार के अमेरिकी ड्रोन पर हमला किया था, जिससे उसके प्रोपेलर को नुकसान पहुंचा था और वह पानी में गिर गया था।

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