नूंह हिंसा: हरियाणा के कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित

नूंह में शोभायात्रा पर हुए हमले के बाद भड़की हिंसा की आग बुधवार तीसरे दिन पूरे दक्षिण हरियाणा में फैल गई। दंगे में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है। इनमें दो होमगार्ड व चार आम नागरिक हैं। सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने हिंसा में हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से ही करने का एलान किया। सरकार ने शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए, नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों के अधिकार क्षेत्र में और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर उप-मंडलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित कर दी हैं। 

भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बावजूद पलवल, बहादुरगढ़, फरीदाबाद व गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में बुधवार को भी धार्मिक स्थलों पर हमले की घटनाएं सामने आईं। मंगलवार देर रात गुरुग्राम के बादशाहपुर स्थित एक धार्मिक स्थल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में दो धार्मिक स्थलों पर नकाबपोश हमलावरों ने धावा बोला और पलवल में भी देर रात एक धार्मिक स्थल पर पथराव किया गया, जबकि दूसरे में आग लगा दी गई। दोनों जगह पुलिस की संख्या बढ़ा दी गई है।

सीएम ने कहा, हिंसा की साजिश रचने वालों की पहचान की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जबकि, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने दावा किया कि दंगों पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा चुका है। दंगाइयों के खिलाफ नूंह में ही 41 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 100 से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।

यूपी के सहारनपुर, शामली व मुजफ्फरनगर में अलर्ट

  • यूपी के सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर में अलर्ट घोषित किया गया है। संवेदनशील स्थलों पर सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
  • राजस्थान की चार तहसील में इंटरनेट बंद : राजस्थान के भरतपुर जिले की चार तहसील में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक बृहस्पतिवार तक बढ़ा दी गई है। ये तहसील सिकरी, पहाड़ी, कमान और नागर हैं।
  • हरियाणा के नूंह, फरीदाबाद, पलवल जिले के अलावा गुरुग्राम के उपमंडल सोहना, पटौदी और मानेसर में पांच अगस्त तक मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद। 

20 कंपनियां पहले से तैनात, चार और मांगी 
सीएम मनोहरलाल ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, केंद्र से सुरक्षाबलों की और चार कंपनियां मांगी गई हैं। पुलिस की 30 और केंद्रीय सुरक्षाबलों की 20 कंपनियां पहले से ही तैनात हैं।  

पुलिस हर व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकती : राज्य की आबादी पौने तीन करोड़ है। पुलिसबल करीब 60 हजार हंै। सरकार के लिए सभी की सुरक्षा करना संभव नहीं है।
-मनोहरलाल, सीएम, हरियाणा

मोनू की तलाश जारी
सीएम ने कहा, बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान में एक मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान की पुलिस उसकी तलाश कर रही है। मामले में हरियाणा सरकार राजस्थान पुलिस का सहयोग करेगी। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि मोनू शोभायात्रा में शामिल नहीं था।

घायल बजरंग दल पदाधिकारी ने दम तोड़ा, 200 पर एफआईआर
नूंह में हुई हिंसा के शिकार बादशाहपुर प्रखंड बजरंग दल के संयोजक प्रदीप कुमार की मंगलवार देर रात उपचार के दौरान सफदरजंग में मौत हो गई। सोहना थाना पुलिस ने साथी के बयान पर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही नूंह हिंसा में मृतकों की संख्या छह हो गई है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में प्रदीप ने आखिरी सांस ली। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार यूपी के बागपत जिले में पैतृक गांव में किया गया। 

पुलिस के अनुसार, शिकायत में बताया गया कि बीते सोमवार को प्रदीप अपने साथी और परिजनों के साथ जलाभिषेक के लिए नल्हड़ स्थित मंदिर गया था। जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद वह सोमवार देर शाम को नूंह से अपने घर मारुति कुंज जा रहे थे। सोहना के साथ लगते गांव रायपुर के पास लगभग रात 10:30 बजे भीड़ ने उन्हें घेर लिया। कार में तीन लोग सवार थे। प्रदीप कुमार कार चला रहा था। भीड़ ने उनकी कार पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। बाकी साथी तो किसी प्रकार जान बचाकर निकलकर भागे, मगर भीड़ ने प्रदीप को जबरन कार से नीचे उतार लिया और जमकर मारपीट की। 

साथियों ने भागकर पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर कर घायल को नागरिक अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत के चलते गुरुग्राम रेफर कर दिया वहां से उसे सफदरजंग के लिए रेफर कर दिया। मंगलवार देर रात प्रदीप की मौत हो गई। 

नौ मामलों में 350 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पलवल जिले में आगजनी व पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम देने वाले करीब 350 उपद्रवियों के खिलाफ जिला पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने नौ अलग-अलग मामलों में उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। होडल में पुलिस द्वारा करीब 12 उपद्रवियों को मौके से गिरफ्तार भी किया है। अन्य आरोपियों की शिनाख्त कर पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करेगी। 

पुलिस व सीआइडी की टीमें अपने-अपने कार्य में जुट गई हैं। पुलिस द्वारा जिले में धारा 144 लगा दी है। सभी मुख्य चौराहों पर पुलिस द्वारा नाके लगा दिए गए हैं तथा बाइकों पर सवार दो युवकों को भी रोककर पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ की जा रही है। नूंह में हिंसक घटना के बाद पलवल में भी कुछ उपद्रवियों द्वारा सोमवार देर सांय तथा मंगलवार को पूरे दिन बवाल मचाया। पुलिस द्वारा घटनाएं रोकने के लिए किए गए प्रयासों के बावजूद उपद्रवियों ने शहर में कई स्थानों पर आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया तथा पत्थरबाजी की। इन घटनाओं में शामिल करीब 350 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

होडल के धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले छह गिरफ्तार 
होडल स्थित राम नगर में बने धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे छह युवकों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें रामनगर के रहने वाले मोहित, मयंक, निरंजन, पवन, सागर और खैर (उप्र) के रहने वाले दिनेश को मौके से पकड़ लिया। पांच दर्जन के करीब अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। होडल थाना पुलिस ने गांधी चौक, बिजली बोर्ड और काली मूर्ति के समीप स्थित मस्जिदों में तोड़फोड़ करने वाले दो दर्जन से ज्यादा अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, पुन्हाना मोड़ पर पार्किंग में चार ट्रक जलाने के मामले में भी अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

पंचर की दुकान और गाड़ियों में लगाई आग
पुलिस ने मुंडकटी थाना अंतर्गत गांव सराय निवासी खूबी की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उनकी पंचर की दुकान में आग लगाने का मामला दर्ज किया है। शिकायत में कहा गया है कि उसकी दुकान के बाहर रखे टायरों में आग लगा दी। इस आग से उनकी दुकान में 70 टायर जलकर राख हो गए, जिनकी कीमत करीब दो लाख है। हथीन थाना अंतर्गत भी अज्ञात लोगों ने एक पिकअप और गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। 

मोनू मानेसर की भूमिका की भी होगी जांच
दंगे में मोनू मानेसर की भूमिका को लेकर उठने वाले सवाल पर पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए अलग से एसआईटी गठित करने की बात कही है।

नूंह में निकलने वाली शोभायात्रा से पहले सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसने लोगों से शोभायात्रा में पहुंचने की बात कही थी। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि माेनू मानेसर का वीडियो वायरल होने और फिर इंटरनेट पर उसे डिलीट करने के मामले के बाद हालात बिगड़े, यह जांच का विषय है। इसकी जांच एसआईटी करेगी और जिन लोगों की मिलीभगत होगी, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। 

बता दें कि मोनू मानेसर पर पटौदी थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज है, जिसकी जांच अभी लंबित है। भरतपुर, राजस्थान के रहने वाले जुनैद की हत्या में उसका नाम आया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में आया था। 

मेवात की जनता पहले से ही उससे रंजिश रख रही थी। वीडियो वायरल होने से उनका आक्रोश बढ़ा है। यह सब जांच का विषय है।

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