बृजभूषण की बढ़ी मुश्किल, अवैध खनन के आरोपों की जांच करेगी एनजीटी की कमेटी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पहले से ही यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे सिंह के खिलाफ अवैध खनन के मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने गुरुवार को जांच के आदेश दिए। बता दें, बृजभूषण के खिलाफ गोंडा के 3 गांवों में अवैध खनन की शिकायत दर्ज कराई थी।

इन गांवों में हो रहा अवैध खनन
शिकायतकर्ता ने गोंडा के मझारथ, जैतपुर और नवाबगंज गांव में अवैध रेत खनन और हर रोज करीब 700 से ज्यादा ओवरलोड ट्रकों के चलने से सड़क और पुल को नुकसान पहुंचने का आरोप लगाया है। इसी पर, न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य ए सेंथिल वेल की पीठ ने कहा कि मामले को सुनने पर प्रतीत हो रहा है कि यह पर्यावरण से जुड़ा हुआ है। इसलिए स्थिति की जांच करने और उचित कार्रवाई करने के लिए एक संयुक्त समिति का गठन किया जाए।

पर्यावरण को हुए नुकसान की जांच करेगी कमेटी
एनजीटी ने जांच के लिए एक संयुक्त कमेटी बनाई है, जिसमें पर्यावरण मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और गोंडा के डीएम शामिल हैं। कमेटी अवैध खनन और ओवरलोड ट्रकों के चलते पर्यावरण को हुए नुकसान की जांच करेगी।

जो महीने के भीतर मांगी रिपोर्ट
कमेटी से एक हफ्ते के अंदर उन जगहों का दौरा करने के लिए कहा गया, जहां पर अवैध खनन की शिकायत की गई। साथ ही तथ्यात्मक और कार्रवाई रिपोर्ट दो महीने के भीतर जमा करने को कहा। जांच के बाद कमेटी को 7 नवंबर तक रिपोर्ट दाखिल करनी होगी। 

भाजपा सांसद ने किया खंडन
मामले में पूर्व WFI अध्यक्ष का कहना है कि मेरे परिवार या मेरा अवैध खनन से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। यह झूठी खबर है। घटना फर्जी और झूठी है। मेरे परिवार या मेरा इससे कोई संबंध नहीं है।

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