मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा पदाधिकारियों ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा-ए-हिंद पदाधिकारियों ने हरियाणा, मणिपुर और ट्रेन हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। कहा कि यह देश मोहब्बत से बना है, और नफरत इस देश की दुश्मन है। हमें अपना देश जोड़ना है। इसलिए नफरती लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मेवात सहित अन्य जनपदों में निर्दोष लोगों के साथ ज्यादती की जा रही है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गुरुवार को जमीअत उलेमा हिंद के पूर्व जिलाध्यक्ष मौलाना नजर मोहम्मद और अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर देश में बढ़ रही हिंसा पर चिंता व्यक्त की। मौलाना नजर ने कहा कि मेवात जल रहा है। हरियाणा में कुछ नफरती लोग आपसी भाईचारा खराब करना चाहते हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मणिपुर में गत 2 माह से अधिक समय से हिंसा जारी है।

ट्रेन में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त की
स्थानीय सरकार और पुलिस की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा हो चुकी है। 2 महिलाओं को नंगा घुमाया गया और उनके साथ ज़्यादती की गई। लेकिन वहां की सरकार आरोपियों पर ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है। राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में मांग की गई थी सरकार को बर्खास्त कर कानून व्यवस्था बहाल की जाए। जमीयत पदाधिकारियों ने ट्रेन में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त की।

ऐसे लोग समाज पर कलंक
कहा कि एक आतंकी मानसिकता के व्यक्ति ने कई लोगों को गोलियां मार दी। कहा की ऐसे लोग समाज पर कलंक है। ऐसे लोगों की मानसिक विकृति के चलते कई परिवारों को बर्बाद होना पड़ा। केंद्र और राज्य सरकार को चाहिए कि सभी पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा और मृतक के एक-एक आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाई जाए। इस मौके पर सलीम मलिक, आसिफ कुरेशी, मुफ्ती अब्दुल कादिर कासमी आदि शामिल रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here