कराची टू नोएडा फ़िल्म पर लगी रोक, टाइटल हुआ खारिज

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: पाकिस्तान के कराची से भारत आई सीमा गुलाम हैदर और सचिन मीणा की पब्जी लव स्टोरी पर आधारित फिल्म ‘कराची टू नोएडा’ बनाई जा रही थी. इसको लेकर नोएडा में कलाकारों के ऑडिशन लिए गए थे और फिर दिल्ली में उसका एक गाना ‘चल पड़े है हम’ भी लॉन्च किया गया था. अब खबर आई है कि अब फिल्म के टाइटल को ही इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) ने खारिज कर दिया है.

सीमा ने एक्टिंग के लिए भरी थी हामी: दरअसल, जानी फायरफॉक्स फिल्म के निर्माता अमित जानी, पाकिस्तान से आई सीमा हैदर और सचिन मीणा की लव स्टोरी पर कराची टू नोएडा फिल्म बना रहे थे, जिसके लिए उन्होंने सीमा हैदर को फिल्म में काम करने का ऑफर दिया था. लेकिन सीमा हैदर पर पाकिस्तानी जासूस होने का शक है और वह भारत में अपने चार बच्चों के साथ अवैध रूप से आई हुई है, जिसे लेकर स्थानीय पुलिस, यूपी एटीएस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही है.

एसोसिएशन के सचिव पर लगाया आरोप: सीमा हैदर ने फिल्म का ऑफर मिलने पर कहा था कि जब उसे पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी से क्लीन सीट मिल जाएगी, तो वह फिल्मों में काम करने के लिए तैयार है. हालांकि, बाद में उसने फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया था. फिल्म कराची टू नोएडा और द टेलर मर्डर स्टोरी के मॉबलिंचिग टाइटल्स को विवादित बताकर एसोसिएशन ने रिजेक्ट कर दिया.

इसके बाद फिल्म निर्माता अमित जानी ने आरोप लगाया है कि IMPPA के सचिव अनिल नगार्थ ने उनको कॉल करके मुंबई दफ्तर आने से मना किया और कहा कि आप दफ्तर आओगे तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) हमारा दफ्तर तोड़ देगा और आपके फिल्म टाइटल ऑनलाइन रजिस्टर किया जा रहा है.

मेल कर पूछा कारण:अमित जानी ने आरोप लगाया कि ऑनलाइन प्रक्रिया में 17 अगस्त का टाइटल देने के कमिटमेंट पर IMPPA द्वारा फीस ली गई थी, लेकिन 24 अगस्त तक वह इसको टालते रहे और अंत में मुंबई में बैठे फिल्म प्रोडक्शन हाउस के हाथ से बड़ी फिल्म निकल जाने और मनसे के दबाव में कराची टू नोएडा को कंट्रोवर्शियल कहकर रिजेक्ट कर दिया. उन्होंने एसोसिएशन को मेल कर पूछा है कि जब चांदनी चौक टू चाइना विवादित टाइटल नहीं है तो कराची टू नोएडा विवादित कैसे है. साथ ही लिखा की फिल्म मेकर्स संगठन को मनसे की विचारधारा पर न चलाया जाए.

जाएंगे मुंबई हाईकोर्ट: उन्होंने आरोप लगाया कि यह नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) है, पक्षपात और भेदभावपूर्ण कृत्य है. कराची टू नोएडा एक उत्तर प्रदेश का व्यक्ति बना रहा है यह बात राज ठाकरे को बर्दाश्त नहीं हो रही है. उनके दबाव में फिल्म मेकर इस फिल्म को रोकना चाहते हैं. वह एसोसिएशन के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. अमित जानी ने कहा कि जिस दिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा, उस दिन यह पक्षपाती, क्षेत्रवादी हिंदी सिनेमा उद्योग कायदे में आ जाएगा.

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