मुजफ्फरनगर जनपद के खुब्बापुर गांव की एकता के दम पर बिगड़ती बात बन गई। बच्चों के बीच स्कूल में बनीं दूरी पंचायत में पहुंचते ही खत्म हो गई। सहपाठियों ने एक-दूसरे को गले लगाकर टॉफी खिलाई। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहे मामले में ट्वीट वार की रफ्तार धीमी पड़नी शुरू हो गई है। ट्वीट किए जा रहे संदेशों की भाषा भी बदल गई। सबने बच्चों की सराहना करनी शुरू कर दी।
नेहा पब्लिक स्कूल में बृहस्पतिवार को शिक्षिका तृप्ति त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के यूकेजी के छात्र की सहपाठियों से बेरहमी से पिटाई करा दी थी। शुक्रवार को वीडियो वायरल हुई तो कुछ ही देर में ट्रेंड करने लगी।
रात होते-होते मामला राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा। शिक्षिका के व्यवहार की सबने निंदा की। हालात ऐसे बने कि बाल आयोग और बाल कल्याण समिति को अपील करनी पड़ी की वीडियो वायरल न करें। बच्चे की पहचान उजागर नहीं करने की बात कही। खुब्बापुर में सूरज निकलते ही लोगों का जमावड़ा लगने लगा। ओबी वैन पहुंची। सोशल मीडिया पर यहां की हर बात खबर बनकर बाहर आती रही। दोपहर बाद भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा, त्यागी भूमिहार समाज के अध्यक्ष मांगेराम त्यागी आदि पहुंचे तो गांव के गणमान्य लोगों की पंचायत बुलाई गई।
तीन दिन से सुर्खियां बना मामले का कुछ ही देर में पटाक्षेप हो गया। बच्चों ने पंचायत में एक-दूसरे को टॉफी खिलाई और भाईचारे की बात की। एक-दूसरे को गले लगाकर भाईचारे का संदेश भी दिया। गांव में खुशी का माहौल बन गया।
प्रधान मनोज त्यागी कहते हैं कि भाईचारा सबसे बड़ी ताकत है। दोनों पक्षों ने सहमति जता दी है। हमारी सामाजिक व्यवस्था मजबूत है। गांव का माहौल खराब नहीं होने देंगे। पूर्व प्रधान दुष्यंत त्यागी कहते हैं कि प्रकरण का निपटारा हो जाने के बाद बेहद खुशी है। खुब्बापुर के नेहा पब्लिक स्कूल में गुरुवार को शिक्षिका तृप्ति त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के यूकेजी के छात्र की सहपाठियों से बेरहमी से पिटाई करा दी थी। इसी दौरान जातीय टिप्पणी भी की गई। प्रकरण के दौरान पीड़ित के चचेरे भाई ने वीडियो बना ली। शुक्रवार को वीडियो होते ही देशभर से प्रतिक्रियाएं आने लगी और शिक्षिका की गिरफ्तार की मांग उठती रही।
पंचायत के इंसाफ से दूर हुए गिले शिकवे
पंचायत में पहुंचे पीड़ित छात्र के पिता इरशाद त्यागी, परिवार के सदस्य जीशान त्यागी और माना त्यागी ने कहा कि पंचायत का फैसला पूरे परिवार को मान्य है। हमारे मन में अब कोई बात नहीं है।
फैसले के बाद खुब्बापुर पहुंचे बालियान
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान प्रकरण में शनिवार सुबह से ही निगाह बनाए रहे। फैसला होने के बाद वह गांव पहुंचे। दोनों पक्षों से मुलाकात की। भाईचारे का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गांव का माहौल खराब करना चाहते थे, लेकिन ग्रामीणों ने समझदारी दिखाई।
मामले की वीडियो शेयर न करें : डीएम
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस वीडियो को शेयर न करें। जिले के माहौल में भाईचारा बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें। पीड़ित पक्ष ने रात में कार्रवाई से मना किया था। शनिवार को उन्होंने जो तहरीर दी, उस पर नियमानुसान कार्रवाई की गई है।
फैसले के बाद खुब्बापुर पहुंचे बालियान
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान प्रकरण में शनिवार सुबह से ही निगाह बनाए रहे। फैसला होने के बाद वह गांव पहुंचे। दोनों पक्षों से मुलाकात की। भाईचारे का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गांव का माहौल खराब करना चाहते थे, लेकिन ग्रामीणों ने समझदारी दिखाई।
वीडियो से छेड़छाड़, बच्चे को पिटवाकर गलती की: तृप्ति
आरोपी शिक्षिका तृप्ति त्यागी दिनभर सफाई देती रही। शिक्षिका ने कहा कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। छात्र की इस तरह बच्चों से पिटाई कराना गलत है। मगर, मेरी मंशा गलत नहीं थी। दिव्यांग हूं, कुर्सी से नहीं उठा जा रहा था, इस वजह से बच्चों से पिटाई करा दी। यह गलती थी। गांव ने जो फैसला किया है, वह मान्य है। माहौल खराब न करें हैदराबाद-दिल्ली के नेता
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि सहानुभूति बच्चे के साथ है। मगर, कुछ लोग मामले को जाति और धर्म का रूप देने में लगे हैं। दिल्ली और हैदराबाद के नेता मुजफ्फरनगर का माहौल खराब करने का काम न करें। जिले के लोग अब किसी के बहकावे में नहीं आएंगे।
बच्चे और शिक्षिका सभी अपने, रंग न दें
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि समाज में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए। जिला 2013 में नुकसान उठा चुका है। बच्चे और शिक्षिका सब अपने है। कोई इस बात को रंग देना चाहते हैं तो जेहन से निकाल दें। माहौल बिल्कुल सामान्य है। राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बच्चों के मामले में नहीं होनी चाहिए राजनीति
कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि नादान बच्चों के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। शिक्षिका की गलती है। पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रहा है। ऐसे मामलों में विपक्ष का औछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
खुब्बापुर के लोगों ने समझदारी दिखाई
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। सरकार के प्रचार का नतीजा है। भाईचारा कायम रहना चाहिए। दोनों पक्षों में सहमति रहनी चाहिए। बात खत्म हो गई है।