घोसी विधानसभा में हुए उपचुनाव में एनडीए को मिली हार के बाद भी सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के हौसले बुलंद हैं। हार के बाद उनके और दारा सिंह चौहान के भविष्य को लेकर उठ रहे सवाल और लगातार हो रहा विपक्ष के हमले की बीच उन्होंने कहा कि वो और दारा सिंह चौहान मंत्री जरूर बनेंगे। हमारा गठबंधन उपचुनाव से पहले का। उपचुनाव की खुशी मनाने वाले लोकसभा चुनाव में हवा हो जाएंगे।
घोसी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने एनडीए के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को करारी शिकस्त दी थी। हाल ही में एनडीएम में शामिल हुए ओमप्रकाश राजभर पर इसे लेकर लगातार जुबानी हमले हो रहे हैं। बलिया पहुंचे ओमप्रकाश राजभर से जब सवाल किया गया कि विपक्ष का कहना है कि हार के बाद अब दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर मंत्री नहीं बन पाएंगे? पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्ति की। कहा कि मंत्री क्यों नहीं बनेंगे? एनडीए का मालिक विपक्ष नहीं है। एनडीए के मुखिया नरेंद्र मोदी हैं।
अमित शाह, जेपी नड्डा इसके मालिक हैं। घोसी चुनाव में जीत पर जो लोग उछल रहे हैं, धैर्य रखिए…कहीं हार्ट अटैक न हो जाए। दारा सिंह के साथ मैं भी मंत्री बनूंगा। एनडीए प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को मिले वोटों की जानकारी देते हुए दावा किया कि 68000 वोट राजभरों का था। इसमें 34000 वोट पोल हुए। 7 से 10% वोट सपा को और एनडीए कैंडिडेट दारा सिंह चौहान को 83 से 90 प्रतिशत वोट मिला है। घोसी उपचुनाव में प्रत्याशी की हार की वजहों पर कहा कि बसपा के चुनाव न लड़ने से सपा को फायदा हुआ है।
सपा पर चुनाव के दौरान रात में पैसा बांटने का आरोप लगाते हुए कहा की इसकी शिकायत कई बार की गई। कई लोगों को पकड़कर थाने में बंद भी किया गया। वहीं हार की तीसरी वजह रही। प्रत्याशी के खिलाफ रिएक्शन बताते हुए कहा कि स्थानीय कैंडिडेट होता तो नतीजा कुछ और होता।