मोहीउद्दीनपुर गौस गांव में चर्चित अनुसूचित जाति की पिता-पुत्री व दामाद की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात में शामिल पीएसी के सिपाही सहित आठ आरोपी गिरफ्तार किए गए। तीन अन्य आरोपी फरार हैं। जमीन कब्जाने के खातिर सिपाही ने तिहरे हत्याकांड की साजिश रची थी।
पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सिलसिलेवार घटना का खुलासा किया। जिस विवादित जमीन पर मृतक होरीलाल, उसकी गर्भवती बेटी बृजकली व दामाद शिवसरन रहते थे वह मोहीउद्दीनपुर के लालचंद्र की थी। शिवसरन ने जमीन का एग्रीमेंट अपनी पत्नी के नाम कराया था। उसी भूमि के ठीक सामने सुरेश सिंह का घर है। सुरेश पीएसी में सिपाही है।
सुरेश सिंह भी कई पट्टे धारकों से जमीन की रजिस्ट्री करा रखा था, लेकिन कब्जा नहीं पा रहा था। उसने पथरहा गांव के पूर्व प्रधान अमर सिंह व जयकरन यादव सहित तीन लोगों को एक-एक बिस्वा जमीन बेच भी दी, लेकिन कब्जा नहीं दिला सके। खरीदारों ने जमीन का पैसा मांगने का दबाव बनाया तो उसने हत्याकांड की साजिश रची।
गोली मारकर सुला दी थी मौत की नींद
अक्सर होरीलाल के यहां रिश्तेदार रहते थे। इससे बस्ती के लोग भी आजिज थे। इसी का फायदा उठाते हुए सुरेश ने शुक्रवार तड़के यादवेंद्र उर्फ गुड्डू, अरविंद सिंह यादव, अजीत सिंह,, अमर सिंह, अमित सिंह, अनुज सिंह, तीरथ निषाद, जयकरन यादव, अनूप सिंह के साथ होरीलाल के यहां पहुंच गए। होरीलाल व उसका दामाद झोपड़ी के बाहर सो रहे थे। होरीलाल व शिवसरन को जयकरन व गुड्डू ने गोली मार दी। फायर की आवाज सुन झोपड़ी के अंदर सो रही होरीलाल की बेटी बाहर निकली तो अनूप सिंह व तीरथ ने पकड़ लिया। इसके बाद गुड्डू ने फिर फायर किया, लेकिन गोली अनूप सिंह को लगी गई।
पति के शव के पास रो रही बृजकली के गले में मार दी गोली बृजकली छूटकर अपने पति के शव के पास पहुंच कर रोने लगी तो अनूप ने जख्मी हालत में भी उसके गले में सटाकर गोली मार दी। वारदात के बाद सभी आरोपी भाग निकले है। अनूप का इलाज प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में हो रहा है। जयकरन व राजेंद्र पकड़े नहीं जा सके हैं। गुड्डू सिंह व अमित चौहान के पास से एक-एक तमंचा व कारतूस व अमर सिंह के पास से रायफल बरामद हुई है। एसपी ने बताया आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर व रासुका के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। हत्या के इस मुकदमे में हत्या की साजिश रचने की धारा में भी इजाफा किया गया है। खुलासे के दौरान एएसपी समर बहादुर, सीओ चायल योगेंद्र कृष्ण नारायण मौजूद रहे।