पानीपत: पिता की अस्थियां विसर्जित कर लौट रहा था परिवार, बेटे की मौत

पंजाब के रोपड़ स्थित किरतपुर साहिब में पिता की अस्थियां विसर्जित कर गुरुग्राम लौट रहा परिवार पानीपत में सड़क हादसे का शिकार हो गया। समालखा में गाड़ी के आगे अचनाक गोवंश आने से गाड़ी चालक का संतुलन बिगड़ गया और गोवंश को बचाने के चक्कर मे गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। इस हादसे में बेटे की मौत हो गयी । जबकि  पत्नी, 10 वर्षीय पोती समेत तीन लौग घायल हो गए। समालखा थाना पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने में जुटी हुई है।

परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार
गुरुग्राम के गीता भवन, ज्योति पार्क निवासी राजेन्द्र(55) की पिछले वीरवार को हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी। जिसकी अस्थियां लेकर उनका बेटा परमजीत(38), राजेंद्र की पत्नी सतपाल कौर, परमजीत की 10 वर्षीय बेटी जसलीन कौर, परमजीत के मामा का बेटा लखविंदर, परमजीत की मामी जसबीर कौर इको गाड़ी में सवार होकर पंजाब में रोपड़ स्थित किरतपुर साहिब में राजेंद्र की अस्थियां विसर्जन के लिए गए थे।

वह विसर्जन के बाद सभी वीरवार को घर लौट रहे थे। जब वह देर रात समालखा के पास पहुंचे तो उनकी गाड़ी के आगे अचानक गोवंश आ गया। जिसको बचाने के लिए चालक लखविंदर ने कट मारा तो गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर की ग्रिल से टकराकर पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे राहगीरों ने एक एक कर सभी को बाहर निकाला और  सभी को सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने बेटे परमजीत को मृत घोषित कर दिया।

पत्नी का दिल्ली के अस्पताल में चल रहा इलाज
एक हादसे से पूरा परिवार बिखर गया। राजेंद्र की अटैक से मौत के बाद बेटे की सड़क हादसे मौत हो गयी। हादसे में घायल पत्नी सतपाल कौर का दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। पोती जसलीन की भी हालत गंभीर बनी हुई है।

11 साल पहले हुई थी शादी
राजेंद्र के तीन बच्चे है। जिनमे बड़ा बेटा परमजीत, मंझला बेटा गोलू और सबसे छोटी बेटी है। बेटे परमजीत की 10 साल पहले शादी हुई थी। उसकी इकलौती बेटी जसलीन कौर है। परमजीत बिजली फिटिंग ठेकेदार था।

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