मेरठ: अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में भावी पीढ़ी का भविष्य संवारने पर हुआ मंथन

मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में हुए अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में वक्ताओं ने लोगों से अपनी   पीढ़ी का भविष्य संभालने का आह्वान किया। समाज के उत्थान के लिए एकजुट होकर अपने हकों के ले लड़ने पर बल दिया।

केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज के लोग एक मंच पर आकर समाज उत्थान के बाद करते हैं, ऐसा आयोजन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिरादरी जब भी संकट में आई तो मैं अपने समर्थ के अनुसार समाज के लोगों की मदद की। मुजफ्फरनगर के दंगे हो या हरियाणा के, हर जगह समाज के लोगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमें भेदभाव बुलाकर एकजुट रहना होगा ।साथ ही सभी को साथ मिलकर चलना होगा।

पूर्व सांसद सपा के राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक ने समाज की स्थिति पर चिंता जताई। कहा कि विकट समय में हम जी रहे हैं । हमारे हालत बहुत खराब है। हमें अपनी  पीढ़ी के लिए चिंतन में मनन करना होगा। नौजवान नशे के दलदल में फंसा है उसे सही राह दिखानी होगी।उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमें और कार्य करना होगा। मंचासीन लोग भी शिक्षा के लिए कम करें ताकि समाज के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। हमारा गौरव शाली इतिहास रहा है हम अपनी पीढ़ी के लिए क्या कर रहे हैं यह हमें सोचना होगा।

यशपाल मलिक ने कहा समाज के उत्थान और समाज के युवाओं को रोजगार के लिए आरक्षण जरूरी है। समाज आरक्षण के लिए संघर्ष करते रहें। उन्होंने कहा कि आरक्षण लेना है तो राजनीतिक से ऊपर उठाना पड़ेगा। सत्ता में मौजूद समाज के लोगों को भी सदन में इसकी मांग उठानी होगी उन्होंने कहा कि संगठनों पर कब्जा करना बंद कर हमें एकजुट होना पड़ेगा।

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, पूर्व विधायक उमेश मलिक, सहारनपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष मांगेराम चौधरी ,अतुल कुमार सुभाष मलिक आदि ने भी विचार व्यक्त किया।

कार्यक्रम संयोजक राम अवतार पलसानिया, परमेश्वर कलवानिया ने सभी का आभार जताया।कार्यक्रम में स्थानीय जनपदों के अलावा राजस्थान हरियाणा के भी काफी संख्या में लोग शामिल हुए। समाज के लोगों को पगड़ी बांधकर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। राजस्थानी कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी।

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