मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव रियावली निवासी प्रेमी युगल को पता लगा कि शाजिदा के परिजनों ने आमिर के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। वहीं, उन दोनों को लगा कि अब वे एक साथ नहीं रह सकते हैं। इस पर एक साथ मरने का फैसला कर लिया।
मरने से पहले आमिर ने होटल से गांव फोन करके कहा कि आकर शाजिदा को ले जाओ। इसके बाद दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया। एक-दूसरे का हाथ पकड़ा और फांसी लगा ली। मरने के बाद भी दोनों के हाथ एक-दूसरे के हाथ में थे।आमिर (20) और साजिदा (19) एक दूजे के साथ जीने मरने की कसमें खा चुके थे। दोनों के एक ही गांव के होने के चलते परिजन इस रिश्ते से नहीं माने तो दोनों ने घर छोड़ दिया। मंगलवार को दिनभर बिरादरी के लोगों की पंचायत चलती रही।
बुधवार को आमिर और उसके परिजनों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद दोनों ने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया। मरने से पहले आमिर ने होटल के फोन से रतनपुरी पुलिस और साजिदा के परिजनों को फोन किया। बताया कि वो दोनों होटल जेपी में हैं। आकर साजिदा को ले जाओ। पुलिस और परिजन पहुंचे तो उन्होंने कर्मचारियों से कमरा नंबर पूछा। कमरे का दरवाजा भीतर से बंद नहीं था इसलिए गेट खुद ही खुल गया। बाथरूम का दरवाजा भी खुला था। पुलिस ने देखा तो दोनों के शव एक ही दुपट्टे से लटके हुए थे।
मिले फोटो में दोनों एक साथ
पुलिस को एक फोटो मिला है, जिसमें दोनों एक साथ हैं। ऐसा फोटो शादी के रजिस्ट्रेशन का होता है। हालांकि ये कोई स्पष्ट नहीं कर पा रहा कि दोनों ने निकाह करने के बाद रजिस्ट्रेशन कराया था। थाना प्रभारी रतनपुरी पंकज राय ने बताया कि शाहिदा के परिजनों की तहरीर पर बुधवार को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
साजिदा के घर दूध लेने आता था आमिर
रियावली निवासी दूध कारोबारी हाजी इकबाल दूध खरीदकर डेयरी पर पहुंचाते हैं। उनका बेटा आमिर पशुओं का दूध लेने रोजाना पड़ोस की ही साजिदा के घर जाता था। इसी दौरान दोनों में प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। दो अक्तूबर को दोनों घर छोड़कर चले गए। कुछ लोगों ने आमिर को बाइक पर जाते हुए देखा था।
बताया गया कि आमिर मुस्लिम राजपूत था, जबकि साजिदा की बिरादीर अब्बासी है। माना जा रहा है कि दोनों को निकाह न होने का डर था। इसीलिए आत्मघाती कदम उठाया।