मुजफ्फरनगर। जिले में हवा की गुणवत्ता का स्तर सांस लेने लायक नहीं है। खराब हवा के कारण सांस के रोगियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुजफ्फरनगर आसपास के जिलों के मुकाबले प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर पहुंच गया है।
पिछले तीन दिन की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स में एकाएक बढ़ोत्तरी हुई है। जिससे हवा की सेहत खराब हो गई है। सबसे ज्यादा परेशानी सांस के रोगियों के लिए खड़ी हो गई है। दमा, टीबी के रोगियों की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार का कहना है कि अगर हवा की गुणवत्ता खराब है तो सांस के रोगियों को सुबह-शाम की सैर से बचना चाहिए। जिन स्थानों पर निर्माण चल रहा है, उनसे दूरी बनाकर रखें। मॉस्क और चश्मे का प्रयोग करें। आंखों के लिए भी हवा की खराब गुणवत्ता हानिकारक है। प्रदूषण रोकने के लिए क्षेत्रीय प्रदूषण कार्यालय की ओर से चेकिंग अभियान चलाया गया। जिले में ग्रेप लागू किया गया है।
यह रहा हवा का हाल
तिथि
एक्यूआई
12 अक्तूबर
199
13 अक्तूबर
292
14 अक्तूबर
303
15 अक्तूबर
रीडिंग मशीन खराब
स्टेशन में आई तकनीकी खराबी
रविवार को नई मंडी में संचालित स्टेशन में तकनीकी खामी के चलते रीडिंग नहीं ली जा सकी। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकरी अंकित सिंह का कहना है कि रविवार को मेरठ के पल्लवपुरम स्टेशन पर लगभग 200 रीडिंग रही है, इसी के आसपास मुजफ्फरनगर में भी आंकी जा रही है। सोमवार को स्टेशन पर विभाग की टीम पहुंचकर जांच करेगी।
बिगड़ रहा मौसम का मिजाज
मौसम का मिजाज बिगड़ रहा है। रविवार को करीब 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली। सोमवार को दिनभर बादल छाए रहने का अनुमान है। मंगलवार को बारिश की आशंका जताई गई है। अगर बारिश हुई तो सरसों की बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों के सामने मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।