राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- मेरे पूर्वज बिहारी, मैं भी यहां की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बिहार आ चुकी हैं।  पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन राष्ट्रपति  बापू सभागार पहुंचीं। यहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पौधा,  राष्ट्रपति की पोट्रेट और भागलपुरी सिल्क की साड़ी देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने चौथे कृषि रोड मैप को लॉन्च किया। कृषि रोडमैप का प्रजेंटेशन दिया गया। पीपीपी मोड में खेती की जाएगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि आज बिहार के चतुर्थ कृषि रोडमैप के शुभारंभ के मौके पर आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। राष्ट्रपति के रूप में मेरी भले ही यह पहली यात्रा है लेकिन मैं बिहार और बिहार के लोगों और संस्कृति से भलीभांति परिचित हूं। पड़ोसी राज्य झारखंड मैं छह साल राज्यपाल रही। मैंने बिहार की जीवनशैली और संस्कृति को करीब से जाना है और महसूस भी किया है। मेरा गृह राज्य उड़ीसा भी ऐतिहासिक रुप से बिहार से जुड़ा हुआ है। इसीलिए मुझे लगता है कि मैं भी अपने आपको बिहारी कह सकती हूं। मैं बिहार को अपना राज्य मानती हूं। मुझे बिहार के मुख्यमंत्री अक्सर बुलाते हैं इसलिए मैं बीच बीच में आती रहूंगी। मुझे प्रेसिडेंट के बाद अपने गांव जाकर कृषि का कार्य करना है। बिहार हर क्षेत्र में रोड मैप बनाकर काम कर रहा है। बिहार हैपिनेस इंडेक्स पर कार्य कर रहा है, इसलिए विकास कर रहा है।

राज्यपाल बोले- नई तकनीक अपनाकर हम अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। बिहार इससे अलग नहीं है। नई तकनीक अपनाकर हम अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। हमलोगों को प्राकृतिक खेती अपनाने की जरुरत है, जो पारंपरिक है।

आप बिहार में घूमते रहते हैं, कृषि रोड मैप के तहत कराये जा रहे कार्यों का निरीक्षण करें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चतुर्थ कृषि रोड मैप के शुभारंभ कार्यक्रम में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मैं अभिनंदन करता हूं। आज राष्ट्रपति के द्वारा चतुर्थ कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है, यह बहुत खुशी की बात है। महामहिम राष्ट्रपति जी ने हमारे अनुरोध को स्वीकार किया और आज इस कार्यक्रम में उपस्थित हुई हैं, इसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की भूमि पर आप आई हैं। बिहार के लिये यह बड़ी. खुशी की बात है कि आज से चतुर्थ कृषि रोड मैप की शुरूआत हो रही है। वर्ष 2008 में पहले कृषि रोड मैप की शुरुआत की गयी थी। वर्ष 2008 से वर्ष 2012 तक पहले कृषि रौड मैप के तहत कार्य किये गये। दूसरे कृषि रोड मैप का शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति श्रद्धेय प्रणब मुखर्जी जी द्वारा तथा तीसरे कृषि रोड का शुभारंभ रामनाथ कोविंद जी द्वारा किया गया था। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल महोदय से आग्रह करते हुए कहा कि आप बिहार में घूमते रहते हैं, जहां भी जायें, वहां पर कृषि रोड मैप के तहत कराये जा रहे कार्यों का निरीक्षण करें और जरूरी समझें तो अधिकारियों को निर्देश भी दें। राष्ट्रपति महोदया से आग्रह है कि आप हमेशा बिहार आते रहिये। आप बिहार से अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यहां किसान बंधु भी पधारे हुए हैं, मैं उनका भी अभिनंदन करता हूं।

President Draupadi Murmu's program in Patna, Motihari and Gaya during Bihar, agricultural road map, Patna

सीएम बोले- आलू के उत्पादन में भी नालंदा जिले के एक गांव ने भी विश्व कीर्तिमान बनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कृषि रोड मैप से किसानों को काफी फायदा हुआ है। धान, मक्का, गेहूं और आलू का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ी है। वर्ष 2011-12 में नालंदा के एक किसान ने प्रति हेक्टेयर धान का सबसे ज्यादा उत्पादन कर चीन को पीछे छोड़ दिया। इससे पहले प्रति हेक्टेयर का रिकॉर्ड चीन के नाम था। आलू के उत्पादन में भी नालंदा जिले के एक गांव ने भी विश्व कीर्तिमान बनाया। वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक दूसरे कृषि रोड मैप के तहत कार्य किये गये, जिसके फलस्वरूप फल, सब्जी, दूध, अंडा एवं मछली का उत्पादन काफी बढ़ा है। उत्पादकता बढ़ने से किसानों को काफी फायदा हुआ है। वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक तीसरे कृषि रोड मैप के अन्तर्गत कार्य तय किये गये थे लेकिन इसका कार्यकाल एक साल के लिये बढ़ाकर वर्ष 2023 तक कर दिया गया। बचे हुये कार्य एवं आगे के कार्य के और विस्तार को लेकर आज से चतुर्थ कृषि रोड मैप की शुरुआत की गयी है। इसके तहत तेजी से कार्य होंगे ताकि किसानों को और फायदा हो सके। उन्होंने कहा कि चौथे कृषि रोड मैप शुरू करने के पहले किसानों से भी राय ली गई थी। बिहार में मछली का उत्पादन ढाई गुणा बढ़ा है। अब बिहार मछली उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है। अब बिहार में बाहर से मछली मंगाने की जरूरत नहीं है। चावल, गेहूं और मक्का के उत्पादन को लेकर बिहार को 5 कृषि कर्मण पुरस्कार मिले हैं। आलू, गोभी, बैंगन और टमाटर का उत्पादन भी काफी बढ़ा है। बिहार में मखाना का भी उत्पादन काफी बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 में हमने कृषि रोड मैप को लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉ. मंगला राय जी से सलाह ली थी। श्रद्धेय अटल जी की सरकार में हम केंद्र में कृषि मंत्री थे तो उस समय वे हमसे जुड़े थे। अभी भी डॉ० मंगला राय जी मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार के रूप में हमसे जुड़े हुये हैं। कृषि रोड मैप में उनका योगदान काफी महत्त्वपूर्ण है। हमने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कृषि रोड मैप के तहत तेजी से कार्य करें। 

बापू सभागार में 22 किसान समेत स्वंय सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहीं
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव एवं कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। बता दें कि बापू सभागार में करीब 22 किसान समेत स्वंय सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहीं। इसके बाद तख्त श्रीहरमंदिर में मत्था टेका। रात में राजभवन में राष्ट्रपति राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। राजभवन में रात्रि भोज का आयोजन होगा। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। 

जानिए, पटना का ट्रैफिक प्लान
बुधवार सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक पटना आयुक्त कार्यालय के सामने जेपी गंगा पथ मोड़ से चिल्ड्रेन पार्क, ज्ञान भवन, कारगिल चौक वाहनों का परिचालन नहीं होगा। सभी वाहन जेपी गंगा पथ होते हुए आगे की ओर जाएंगे। राजापुर पुल से बोरिंग रोड, बेली रोड की ओर जाना होगा। सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक करगिल चौक से चिल्ड्रन पार्क, ज्ञान भवन की ओर से कोई भी गाड़ियों का परिचालन नहीं होगा। वाहन चालक करगिल चौक से रामगुलाम चौकर होते एग्जीबिशन रोड से आगे की ओर सकते हैं। वहीं दोपहर 2 से शाम 6 बजे के बीच आशोक राजपथ में पूरब दरवाजा से तख्त श्री हरिमंदिर साहब की ओर वाहन चालक नहीं जा पाएंगे। वाहन चालक मोर्चा रोड से सुदर्शन पथ होते पटना सहिब की ओर आगे जा सकते हैं। 

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