प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से बात की। दोनों के बीच शनिवार शाम को टेलीफोन पर बातचीत हुई। मिस्र के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने फेसबुक के जरिए बताया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी को फोन किया। दोनों के बीच गाजा पट्टी में इस्राइली सैन्य अभियानों को लेकर विस्तार से बात हुई। दोनों ने नागरिक जीवन पर इसके विनाशकारी प्रभाव पर भी बात की। इस दौरान युद्ध से बढ़ रहे खतरों को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान किया गया। यह पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 19 अक्तूबर को फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर बात कर अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत फलस्तीन को मानवीय मदद भेजना जारी रखेगा।
10 अक्तूबर को नेतन्याहू से फोन पर की थी बात
तनाव भरी स्थिति के बीच इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और नरेंद्र मोदी के बीच 10 अक्तूबर को फोन पर बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हमले की वर्तमान स्थिति पर खुलकर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को आश्वासन दिया था कि भारत इस कठिन समय में इस्राइल के साथ खड़ा है।
सात अक्तूबर हमास ने बोला था हमला
इससे पहले सात अक्तूबर को गाजा पट्टी से आतंकी समूह हमास द्वारा इस्राइल पर पांच हजार रॉकेट दागे गए थे। इसके बाद से दोनों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस्राइल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है। भारत ने इस आतंकी हरकत की कड़ी निंदा की थी।
आतंकी हमले की निंदा की थी
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भी जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भारत दृढ़ता से आतंकवाद के हर रुप की निंदा करता है। इस हमले में मारे गए निर्दोष पीड़ित और उनके परिवार के लिए प्रार्थना करते हैं।