किसान आंदोलन: 4 में से दो मांगों पर बनी सहमति, कृषि कानूनों/MSP पर अब 4 जनवरी को बैठक

किसान संगठनों और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत विज्ञान भवन में जारी है. आज प्रदर्श का 35वां दिन है. वहीं 500 लोगों का खाना लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी की गाड़ी विज्ञान भवन पहुंची गई. किसान संगठनों ने मीटिंग में 4 प्रमुख मुद्दे उठाए हैं. पहला मुद्दा तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का है. दूसरी प्रमुख मांग एमएसपी को कानूनी जामा पहनाने और तीसरी मांग एनसीआर में प्रदूषण रोकने के लिए बने कानून के तहत एक्शन के दायरे से किसानों को बाहर रखने की है. चौथी मांग के तौर पर विद्युत संशोधन विधेयक 2020 के मसौदे को वापस लेने की बात कही है.

अगली बैठक में MSP पर चर्चा करेंगे

अखिल भारतीय किसान सभा के पंजाब अध्यक्ष बलकारन सिंह बराड़ ने कहा कि आज की बातचीत सकारात्मक रही. सरकार कहती रही है कि हमें आंदोलन समाप्त करना चाहिए और एक समिति बनानी चाहिए, लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी. हम अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे. हम कोई समिति नहीं बनाएंगे. हम अगली बैठक में MSP पर चर्चा करेंगे.

चार में से दो विषयों पर बनी सहमति- तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि आज की बैठक बहुत अच्छे वातावरण में हुई. आज की बैठक में किसान नेताओं ने जो 4 विषय रखे, उनमें से दो विषयों पर आपसी रजामंदी हो गई है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण अध्यादेश व प्रस्तावित बिजली बिल पर सरकार मान गई. सिंचाई के लिए जो बिजली की सब्सिडी दी जाती थी, वैसे ही चलनी चाहिए इस पर भी सहमति हो गई है. MSP के विषय में भी सरकार कहती रही है, ये जारी रहेगी. हम उस पर अभी भी दृढ़ हैं. एमएसपी पर चर्चा जारी है. चार तारीख को दो बजे फिर बैठक होगी.

4 जनवरी को होगी अगली बैठक

किसान नेताओं और सरकार के बीच छठे दौर की बैठक खत्म हो गई है. अब अगली बैठक 4 जनवरी को होगी.

कृषि कानूनों पर किसानों की मांग के लिए बनाई जा सकती है कमेटी

चर्चा के दौरान, सरकार ने किसान नेताओं से कहा कि तीन कृषि कानूनों के बारे में किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए एक समिति बनाई जा सकती है.

सरकार का कृषि कानूनों को वापस लेने का इरादा नहीं- सूत्र

सूत्र के मुताबिक, आज की बैठक में फिर सरकार के मंत्रियों की तरफ से किसानों को साफ कहा गया है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का कोई इरादा नहीं है. सरकार ने ये भी साफ किया है कि जब तक आप लोग आंदोलन वापस करने का फैसला नहीं करते तब तक सरकार किसी भी सुधार को लेकर आश्वासन नहीं दे सकती. एमएसपी को लेकर किसानों की मांग पर विचार तभी संभव है, जब आंदोलन खत्म करने पर किसान फैसला लें.

प्रदर्शन में मारे गए किसानों के लिए मुआवजे की मांग

बैठक में किसान नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की.

नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने किसानों के साथ खाया खाना

दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर ने विज्ञान भवन में दोपहर के भोजन के दौरान किसान नेताओं के साथ खाना खाया, जहां सरकार तीन कृषि कानूनों पर किसानों के साथ बातचीत कर रही है.

नरेश टिकैत का बड़ा बयान

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है.नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार अगर दो कदम पीछे हट रही है, तो किसान को ढाई कदम पीछे हटना चाहिए. प्रधानमंत्री का सिर नहीं झुकने देंगे, लेकिन किसान का सिर भी न झुके.

किसान नेताओं के लिए लंगर से पहुंचा खाना

500 लोगों का खाना लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी की गाड़ी विज्ञान भवन पहुंची. थोड़ी देर में अंदर जाएगा खाना. साथ ही बाहर खड़े लोग और अंदर बैठक में शामिल लोग खाना खाएंगे.

बैठक से पहले सर्व धर्म पूजा

तीन कृषि कानूनों को लेकर सरकार से किसानों की वार्ता से पहले, किसान कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली-हरियाणा टीकरी सीमा पर ‘सर्व धर्म पूजा’ का आयोजन किया.

किसानों के साथ सरकार की बातचीत शुरू

किसानों और सरकार के बीच विज्ञान भवन में बातचीत शुरू हुई. 40 किसान नेताओं से नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल बात कर रहे हैं.

किसान नेताओं और सरकार के बीच अहम बैठक शुरू

किसान नेताओं और सरकार के बीच अहम बैठक शुरू हो चुकी है. 40 किसान नेता इसमें पहुंचे हैं. किसान MSP पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे है.

बातचीत के लिए विज्ञान भवन पहुंचे कृषि मंत्री

किसानों से बातचीत के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल विज्ञान भवन पहुंचे.

राकेश टिकैत विज्ञान भवन के लिए निकले

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत सरकार से बातचीत के लिए विज्ञान भवन जाते हुए. सरकार और किसान संगठनों के बीच आज छठी बार बातचीत होगी.

विज्ञान भवन पहुंचे किसान नेता

किसान नेताओं का सरकार से बातचीत के लिए विज्ञान भवन पहुंचना शुरू हो चुका है. किसान नेता ने कहा कि हमारा स्टैंड साफ है कि तीनों कृषि कानून वापस हों.

जियो ने लिखा पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र

रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने पंजाब के सीएम और पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पंजाब में जियो नेटवर्क साइटों पर तोड़फोड़ और बर्बरता की घटनाओं में उनके हस्तक्षेप की मांग की है।

सिंघु बॉर्डर से बातचीत के लिए रवाना हुए किसान नेता

तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सिंघु बॉर्डर से रवाना हुआ. केंद्र सरकार आज प्रदर्शनकारी किसानों के साथ छठे दौर की वार्ता करेगी.

आज हल निकलने की उम्मीद – शाहनवाज हुसैन

बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा आज सरकार के साथ किसान वार्ता पर बैठने वाले हैं. पूरी उम्मीद है कि आज कोई न कोई हल निकलेगा क्योंकि सरकार किसानों के लिए अपने दिल में बहुत बड़ी जगह रखती है.

आज किसान आंदोलन खत्म होने की उम्मीद – केंद्र मंत्री सोम प्रकाश

केंद्रीय उद्योग व वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आज की मीटिंग में हल निकलेगा. एमएसपी आदि मुद्दों पर खुलकर बात होगी. मुझे लगता है कि किसानों का प्रदर्शन आज खत्म हो जाएगा.’

देश में मजबूत विपक्ष होना चाहिए – राकेश टिकैत

गाजीपुर पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है, जिसका सरकार को डर रहे लेकिन यहां ऐसा नहीं है. इसलिए किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ा. विपक्ष को भी कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतना चाहिए, टेंटों में बैठना चाहिए.

लगता नहीं आज भी समाधान निकलेगा – किसान नेता

पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमिटी के जाइंट सक्रेटरी सुखविंदर सिंह ने कहा कि किसानों और सरकार के बीच 5 राउंड की बातचीत हो चुकी है. हमें नहीं लगता समाधान आज भी निकलेगा. कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा.

किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में चुनावी नतीजे

किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में हुए नगर निगम चुनाव के नतीजे आज आएंगे. कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करनेवालों में पंजाब के साथ-साथ हरियाणा के किसान भी शामिल हैं. वहीं हरियाणा में बीजेपी की सरकार है. ऐसे में नतीजों से काफी कुछ साफ होगा. क्योंकि बीजेपी अबतक हैदराबाद, जम्मू कश्मीर डीडीसी चुनाव के नतीजों के बाद यह कहती रही है कि कृषि कानूनों पर उसे जनता का समर्थन मिल रहा है.

नक्सल-खालिस्तान से ना जोड़ें किसानों का नाम – राजनाथ सिंह

किसानों को नक्सलवाद और खालिस्तानियों से जोड़े जाने वाले सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि किसानों के बारे में ऐसे आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए. वे हमारे अन्नदाता हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. वह बोले कि मोदी सरकार किसानों के साथ कुछ गलत नहीं कर सकती.

जस्टिन ट्रूडो के बयान पर राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा किसान आंदोलन पर दिए गए बयान पर राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि किसी दूसरे देश के मुखिया को भारत के आंतरिक मामलों में बोलने का हक नहीं है.

किसानों के हक में हो फैसला – रणजीत सिंह चौटाला

हरियाणा कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला बोले कि किसानों और सरकार के बीच बैठक होगी. देश के लिए अच्छा होगा कि यह मामला जल्द हल हो जाए. किसानों के पक्ष में ठीक तरह से फैसला होना चाहिए.

आम आदमी पार्टी किसानों के लिए लगवाएगी वाई-फाई

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सरहदों पर बैठे किसानों के लिए किया बड़ा ऐलान. आम आदमी पार्टी देगी किसानों को मुफ्त Wifi सेवा. सिंघु बॉर्डर पर आम आदमी पार्टी लगाएगी Wifi हॉट स्पॉट्स. राघव चड्ढा ने मंगलवार को कहा है कि किसानों की शिकायत थी कि इंटरनेट की खराब कनेक्टिविटी के कारण वीडियो कॉलिंग नहीं हो पा रही. इसलिए यह सुविधा दी जा रही है.

मोबाइल टावरों को तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई

पंजाब में मोबाइल टावरों को ध्वस्त करने के मामले में पुलिस सख्त है. पटियाला के एसएसपी विक्रमजीत डुग्गल ने कहा कहा “हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो विरोध प्रदर्शन करने के अपने लोकतांत्रिक अधिकार की आड़ में मोबाइल टावरों पर हिंसा में शामिल थे. टावरों की सेवा बहाल की जा रही है.”

किसानों और सरकार की मीटिंग आज

कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे प्रदर्शन (Farmers Protest) का आज 35वां दिन है. आज किसानों और सरकार के बीच दोपहर 2 बजे बातचीत होनी है, इसमें कोई समाधान निकलता है या आंदोलन और उग्र होता है यह देखने वाली बात होगी. किसान संगठनों ने कृषि मंत्रालय के सचिव को पत्र लिख कर कहा है, “हम 30 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे बातचीत के लिए निमंत्रण स्वीकार करते हैं”. इसमें उन्होंने कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए वार्ता के तौर-तरीकों और एमएसपी पर कानूनी गारंटी प्रदान करने के लिए कानून लाने के अपने प्रस्तावित एजेंडे को दोहराया. 

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