ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया (इस्राइल-फलस्तीन संघर्ष) में चल रहे घटनाक्रम पर चिंताओं को साझा किया। उन्होंने आतंकवाद, हिंसा और नागरिकों की जान जाने पर गहरी चिंता जताई और स्थिति के शीघ्र समाधान के लिए ठोस प्रयासों का आह्वान किया।
पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 की ब्राजील की अध्यक्षता की सफलता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन की बात कही। उन्होंने नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी बैठक के बाद सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और विस्तारित करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद मोदी ने एक्स पर कहा, ‘राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के साथ फोन पर अच्छी बातचीत हुई। हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने पश्चिम एशिया की स्थिति पर अपनी चिंताओं को साझा किया। हम भारत की जी-20 अध्यक्षता की सफलताओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे क्योंकि ब्राजील अगले महीने सत्ता में आएगा।’
पीएम मोदी ने संघर्ष शुरू होने के बाद से इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास, जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी से भी बात की है।
इस्राइल-हमास संघर्ष सात अक्तूबर को शुरू हुआ जब हमास के आतंकवादियों ने गाजा से इस्राइल में घुसकर 1,400 से अधिक लोगों की हत्या कर दी और लगभग 240 अन्य को बंधक बना लिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस्राइल ने तेज हवाई हमलों के अभियान के साथ जवाब दिया, जिसके बाद जमीनी हमला हुआ।