कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को कहा कि सरकारी अधिकारियों के तबादले के एक भी मामले में अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने पैसे लिए हैं तो वह राजीनति से संन्यास ले लेंगे। दरअसल, जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने उन पर और उनके बेटे पर ‘तबादले के बदले पैसे’ का रैकेट चलाने का आरोप लगाया है। सिद्धारमैया की टिप्पणी इन्हीं आरोपों पर सामने आई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के तबादले के बदले पैसे लेने के मामले कुमारस्वामी के कार्यकाल के दौरान हुए। कुमारस्वामी के हमलों के जवाब में सिद्धारमैया ने कहा, मैंने आपसे कहा है कि इसके (कुमारस्वामी के आरोप) बारे में न पूछें। क्या मैंने पहले ही इसका जवाब नहीं दिया है? उन्हें कई बार ट्वीट (एक्स पर पोस्ट) करने दें। वह बता रहे हैं कि उन्होंने (मुख्यमंत्री के रूप में) अपने कार्यकाल के दौरान क्या किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वह (कुमारस्वामी) उस पैसे के बारे में बोल रहे हैं जो उन्होंने (कुमारस्वामी और जेडीएस नेताओं ने) अपने कार्यकाल के दौरान तबादलों के लिए लिए थे। हमारे कार्यकाल में हमने कोई पैसा नहीं लिया है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि अगर यह साबित हो जाता है कि मैंने ट्रांसफर के एक भी मामले में पैसा लिया है तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।’ उन्होंने कहा, उन्हें सौ बार ट्वीट करने दीजिए, मैं जवाब नहीं देना चाहता।
कुमारस्वामी ने हाल ही में यतींद्र और सिद्धारमैया के बीच फोन पर हुई बातचीत को जोड़ने की कोशिश की थी, जिसे सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था, जिसमें पोस्टिंग/ट्रांसफर के लिए नकदी घोटाले का आरोप लगाया गया था। हालांकि, मुख्यमंत्री और उनके बेटे ने इस आरोप को सही तरीके से खारिज कर दिया है।
अपना हमला जारी रखते हुए कुमारस्वामी ने यहां तक आरोप लगाया कि एक अधिकारी, जिसके नाम का जिक्र मुख्यमंत्री और उनके बेटे के बीच फोन पर बातचीत में किया गया था, हाल ही में जारी पुलिस निरीक्षकों की तबादले की सूची में शामिल था।
यतींद्र पर सुपर मुख्यमंत्री की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए जद (एस) नेता ने एक वीडियो क्लिप को लेकर सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग भी की थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर ‘एक्स’ पर कई पोस्ट में सिद्धरमैया पर आरोप लगाया कि वह मैसूर जिले में अपने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र को अपने बेटे यतींद्र को आउटसोर्स कर रहे हैं।