तेलंगाना विधानसभा चुनाव-2023 में कांग्रेस पार्टी का दावा है कि सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विदाई तय है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना चुनाव में बीआरएस, हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम और भाजपा मिलीभगत से काम कर रहे हैं।
कांग्रेस के चुनावी अभियान को धार देने खानापुर पहुंचीं प्रियंका ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, बीजेपी और बीआरएस के बीच एक मौन सहमति थी। बीआरएस ने संसद में केंद्र की एनडीए सरकार का समर्थन भी किया है। उन्होंने कहा, “भाजपा और केसीआर आपस में मिले हुए हैं। आपको यह अच्छी तरह से समझना होगा।”
कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया कि ओवैसी अलग-अलग राज्यों में कई सीटों पर उम्मीदवार उतारकर चुनाव लड़ते हैं। हालांकि, तेलंगाना की कुल 119 विधानसभा सीटों में से केवल नौ सीटों पर ही क्यों लड़ रहे हैं? प्रियंका ने दावा किया कि तेलंगाना में, ओवेसी बीआरएस का समर्थन करते हैं। केंद्र में, दिल्ली में, बीआरएस बीजेपी का समर्थन करता है। तीनों के बीच अच्छी मिलीभगत है। आप बीजेपी को वोट देते हैं, इसका मतलब है कि आप बीआरएस को वोट दे रहे हैं। आप एमआईएम को वोट देते हैं, इसका मतलब है कि आप बीआरएस को जिताने के लिए मतदान कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने राजनीतिक भाषण के बीच फिल्मी तड़का भी लगाया। उन्होंने ऑस्कर अवॉर्ड और एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ के गाने का जिक्र करते हुए कहा कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव-2023 में बीजेपी, बीआरएस और एआईएमआईएम एक साथ ‘नाटू, नाटू’ कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वह कालेश्वरम सिंचाई परियोजना में बीआरएस सरकार के भ्रष्टाचार, “शराब घोटाले” के बारे में बात नहीं करते हैं, बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को जांच के लिए “कांग्रेस नेताओं के घर” भेजते हैं। उन्होंने कहा, तेलंगाना में घोटाले हुए, यहां से केंद्र सरकार का पैसा लूटा गया। इसके बावजूद पीएम मोदी ने न तो घोटालों की जांच पर बात की और न ही कुछ किया।
प्रियंका ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर राज्य के युवाओं के लिए नौकरियां पैदा करने में ‘विफल’ रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसके बजाय उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को रोजगार प्रदान किया। उन्होंने दावा किया कि राव ने 3,000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। प्रियंका के मुताबिक “केसीआर और केटीआर को नौकरियां मत दीजिए। अगर आप नौकरियां चाहते हैं तो आपको सरकार बदलनी होगी।” उन्होंने कांग्रेस के चुनावी वादों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर और 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा शामिल है।