देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने अपने नए कार्यालय का एक साल पूरा होने पर अरुणाचल प्रदेश और असम में चीन की सीमा के पास भारतीय सैन्य ठिकानों का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय जवान अपने निश्चय पर अटल हैं। कोई ताकत भारतीय सशस्त्र बलों को अपने कर्तव्य का पालन करने से नहीं रोक सकती है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, उन्होंने कहा कि ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में केवल भारतीय जवान ही सीमाओं की सुरक्षा का साहस रखते हैं।
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीडीएस रावत ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा के निकट अग्रिम इलाकों में स्थित विभिन्न वायुसेना अड्डों का दौरा कर भारत के पश्चिमी क्षेत्र में सुरक्षा हालात जायजा लिया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जनरल रावत अरुणाचल प्रदेश की दिबांग घाटी और लोहित सेक्टर समेत विभिन्न अड्डों पर तैनात सेना, आईटीबीपी और विशेष सीमांत बल (एसएफएफ) के जवानों से भी मिले।
रावत ने प्रभावी निगरानी बनाए रखने के लिए सैनिकों की सराहना की। जनरल रावत ने कहा कि ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में केवल भारतीय सैनिक ही सतर्क रह सकते हैं। भारतीय सशस्त्र बलों के जवान सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा अपने कर्तव्यों से आगे बढ़कर काम करने के लिए तत्पर रहे हैं। सीडीएस जनरल रावत ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को उनके कर्तव्यों को लेकर दृढ़ संकल्प रहने से कोई चीज नहीं रोक सकती है।
बीते दिनों सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने इशारों में चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि चीन ने कोरोना के बीच एलएसी के उत्तर-पूर्वी बॉर्डर पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की लेकिन हमारे बहादुर जवान अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि भारतीय सशस्त्र बल देश की सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। भारतीय सैन्य बलों के जवान दुनिया की हर चुनौती का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर चुके हैं।