श्रीनगर में गुरुवार को बिजली संकट के खिलाफ पीडीपी और कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती के खिलाफ पार्टी कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
पीडीपी कार्यकर्ताओं ने आसिया नकाश, अब्दुल कयूम भट और आरिफ लाइग्रू के नेतृत्व में शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास पीडीपी कार्यालय से लाल चौक की ओर मार्च करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिसकर्मियों की एक टीम ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने सर्दियों में बिजली कटौती बंद करने की मांग की। उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां और पोस्टर लिए जम्मू कश्मीर सरकार के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन को गहरी नींद से जगाने के लिए श्रीनगर के पीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने आज विरोध प्रदर्शन किया। पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान ने कहा कि बिजली संकट गहराने से कश्मीर अंधेरे में डूब गया है।
उन्होंने कहा कि सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है। तापमान शून्य से नीचे जा रहा है। ऐसे में लोगों को बिजली उपलब्ध नहीं हो रही है। यह जम्मू-कश्मीर प्रशासन की अक्षमता को दर्शाता है। लोगों बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।
उधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने मौलाना आजाद रोड पर बिजली संकट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें पार्टी कार्यालय आगे से रोक दिया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि घाटी में बिजली संकट बढ़ रहा है। हालात यह बनने लगे हैं कि अस्पतालों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। सरकार को इस ओर उचित कदम उठाने चाहिए।