मणिपुर: अलग प्रशासन की मांग पर सरकार का रुख सख्त

मणिपुर सरकार ने अलग प्रशासन की मांग करने वाले तीन विधायकों को सरकार के महत्वपूर्ण पदों से हटा दिया है। इन तीनों विधायकों को हटाकर सरकार ने साफ कर दिया है कि वह किसी के सामने झुकने वाली नहीं है। उल्लेखनीय है कि सरकार पहले से ही कहती आ रही है कि अलग प्रशासन की मांग को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। तीन विधायकों को हटाकर सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है।

सूत्रों के मुताबिक मणिपुर सरकार ने तीन कुकी-ज़ो विधायकों को विधान सभा के विभिन्न पदों से हटा दिया है, उनकी जगह नगा और मैतेई विधायकों को नियुक्त किया गया है। यह फैसला कुकी-ज़ो-हमर विधायकों की मणिपुर राज्य से अलग एक अलग प्रशासन बनाने की मांग के मद्देनजर आया है। मणिपुर विधानसभा ने बुलेटिन जारी कर विभिन्न विधानसभा समितियों के अध्यक्ष के रूप में एक नागा और दो मैतेई विधायकों की नियुक्ति की घोषणा की। माओ विधानसभा क्षेत्र से चुने गए नागा विधायक लोसी दिखो को सरकारी आश्वासन समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया, उन्होंने सैतु विधानसभा क्षेत्र के कुकी विधायक हाओखोलेट किपगेन की जगह ली।

मणिपुर विधान सभा के सचिव के मेघजीत द्वारा बुधवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, लामलाई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (मैतेइ) के विधायक खोंगबंताबम इबोम्चा ने पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष के रूप में थानलोन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (कुकी-ज़ो) के विधायक वुंगज़ागिन वाल्टे का स्थान लिया है। वहीं काकचिंग विधानसभा क्षेत्र (मैतेई) के विधायक मायांगलांबम रामेश्वर ने सार्वजनिक उपक्रमों की समिति के अध्यक्ष के रूप में चुराचांदपुर विधानसभा क्षेत्र (कुकी-ज़ो) के विधायक एलएम खौते की जगह ली है। उल्लेखनीय है कि 3 मई, 2023 को राज्य में हुई हिंसा के बाद से 10 कुकी विधायक कुकी-ज़ो समुदायों के लिए अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं।

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