जिन राज्यों की विधानसभा चुनावों को मीडिया लोकसभा का सेमीफाइनल बता रहा था, उनके नतीज़े सामने आ गए हैं। राजनीति के महारथी व नेतागण तथा विश्लेषक अपने-अपने तरीके से हिसाब-किताब लगाते रहें, यह उनका काम है लेकिन इन चुनाव परिणामों से सिद्ध है कि एक बार फिर लोकतंत्र और निर्वाचन आयोग जीत गया है। देश में तानाशाही कायम होने और निर्वाचन आयोग को मोदी का पिट्ठू बताने का जो झूठा आरोप राहुल गांधी व विपक्ष 2014 से निरंतर लगाता आ रहा था, वह एक बार फिर झूठ का पुलिंदा साबित हुआ।
गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’