हिमाचल विधानसभा का पांच दिवसीय शीत सत्र मंगलवार को सुबह 11:00 बजे शुरू हुआ। धर्मशाला के तपोवन में चौदहवीं विधानसभा का यह चौथा सत्र है। 19 से 23 दिसंबर तक सत्र चलेगा। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी सदस्यों से सदन में रचनात्मक सहयोग की अपील की। इसके बाद राष्ट्रगान से सदन की कार्यवाही शुरू हुई। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राजेश धर्माणी और यादविंद्र गोमा को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का सदन में परिचय दिया। इसके बाद दिवंगत विधानसभा सदस्यों के निधन पर शोक जताया गया। चंबा के विधायक बालकृष्ण चौहान के निधन पर सदन में शोकोद्गार प्रस्ताव पेश किया। सीएम सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शोक प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया।
वहीं, सिरमौर जिले के श्रीरेणुकाजी से विधायक विनय कुमार विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। सदन में सर्वसम्मति से उनका चयन किया गया। इस संबंध में सदन में तीन प्रस्ताव रखे गए। पहला प्रस्ताव सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रखा, जिसका मुकेश अग्निहोत्री ने अनुमोदन किया। दूसरा मंत्री चंद्र कुमार ने रखा, मंत्री शांडिल ने इसका अनुमोदन किया। तीसरा जयराम ठाकुर ने रखा, इसका हंसराज ने अनुमोदन किया। सुक्खू और जयराम, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन विनय कुमार को डिप्टी स्पीकर के आसन तक ले गए। उपाध्यक्ष विनय कुमार ने सदन का धन्यवाद किया।
सदन में गतिरोध
इसके बाद बिना प्रश्नकाल के गतिरोध शुरू हो गया। भाजपा विधायक विनोद कुमार ने नाचन में शैक्षणिक संस्थानों को आपदा हुए नुकसान पर सवाल किया। वहीं, जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि पैसों का प्रावधान किया जा रहा है। प्रदेश में 1057 स्कूलों को वर्षा से नुकसान हुआ है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि बच्चों को जोखिम वाले भवनों में बैठाया जा रहा है। कितने स्कूल ऐसे हैं, जो पूर्ण रूप से नष्ट हो गए हैं। इनमें बच्चों को बिठाने के लिए क्या किया है।
विधानसभा अध्यक्ष से मिले कोरोना वॉरियर्स
कोरोना काल में अपनी सेवाएं देने वाले कोरोना वॉरियर्स अपनी समस्याओं को लेकर विधानसभा सत्र के पहले दिन धर्मशाला पहुंचे। उन्होंने कहा कि पिछले कल कोरोना विरियर्स विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया से मिले और एक पॉलिसी तैयार करने का आश्वासन दिया है। कहा है कि जल्द ही कोरोना विरियर्स के लिए पॉलिसी बनाई जाएगी। वॉरियर्स का कहना है कि दिन-रात ड्यूटी देने वाले कोरोना वायरस आज नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
