कुंभ पर बर्ड फ्लू का खतरा, अलर्ट पर मेला प्रशासन, जारी की एडवायजरी

हरिद्वार। बर्ड फ्लू को देखते हुए हरिद्वार में कुंभ 2021 के लिए मेला प्रशासन भी अलर्ट पर है। कुंभ मेला प्रशासन ने वन विभाग व कुंभ मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए हैं। हरिद्वार के भीमगोडा बैराज पर हर वर्ष प्रवासी पक्षी भारी संख्या में एकत्रित होते हैं।

कुंभ 2021 अपर मेलाधिकारी हरबीरसिंह का कहना है कि बर्ड फ्लू को देखते हुए पूरे प्रदेशभर में वैज्ञानिकों व डॉक्टरों द्वारा अलर्ट जारी है। हरिद्वार में भीमगोडा बैराज के चीला डैम के पास कई प्रवासी पक्षियों को लेकर एहतियात बरता जा रहा है।
  दूसरी तरफ देशभर के अलग-अलग हिस्सों से बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद उत्तराखंड वन विभाग ने ड्रोन की मदद से उत्तराखंड के विभिन्न जलाशयों में प्रवासी पक्षियों की मॉनीटरिंग शुरू कर दी है। तराई पूर्वी वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाले बैगुल, ढौरा, नानकसागर और शारदा सागर जलाशय में सर्दी के मौसम में हजारों की संख्या में आने वाले प्रवासी पक्षियों पर नजर रखने के लिए टीमें गठित की गई हैं।

जलाशयों में देसी-विदेशी पक्षियों की आमद को देखते हुए यहां भी बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है। जहां पूरे उत्तराखंड में वन्यकर्मिर्यों को पक्षियों के प्रवास क्षेत्रों में नियमित गश्त को कहा गया है। सप्ताह में 2 बार सभी जलाशयों में ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।

दूसरी तरफ देहरादून के भंडारी बाग में लगभग 200 कौवे मृत मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा है। वन विभाग की टीम ने सभी मृत कौवों के शवों को को कब्जे में लिया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार सभी कौवों को मालसी रेंज में जलाया जाएगा। हालांकि दो दिन पूर्व भी यहीं पास में दो कौए मृत मिले थे, जिनके सैंपल भोपाल भेजे जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक भंडारी बाग में मिले मृत कौवों के शव सड़ चुके हैं। उनकी कई दिन पहले ही मौत हो चुकी है। प्रभागीय वन अधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि बर्ड फ्लू की आशंका के चलते पूरी एहतियात बरती जा रही है। विभाग की टीम ने पीपीई किट पहनकर शव कब्जे में लिए हैं। भोपाल भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही बर्ड फ्लू को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
  देश में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद उत्तराखंड में भी कौवों और मुर्गियों की मौत के बाद संक्रमण का एक नया डर पैदा कर दिया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी जिलों के लिए एडवाइजरी जारी की है। मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बर्ड फ्लू को लेकर पूरी तरह सचेत एवं सतर्क रहें। उन्हें एंटीवायरल औषधि ओसेल्टामिविर की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।
 स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बर्ड फ्लू की रोकथाम व नियंत्रण के लिए अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपद स्तर पर रैपिड रिपांस टीम गठित की जाएं। इसमें पशुधन प्रसार विभाग से वेटनरी ऑफिसर को भी शामिल किया जाए।

उन्होंने कहा है कि इस टीम को किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित रखें। इसके अलावा जनपद स्तर पर पर्याप्त मात्रा में एंटीवायरल औषधि ओसेल्टामिविर, पीपीई किट, एन-95 मास्क आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर ली जाए।

स्वास्थ्य महानिदेशक ने निर्देश दिए हैं कि सभी सीएमओ पशुधन प्रसार विभाग, वन विभाग, पंचायती राज विभाग, खाद्य संरक्षा विभाग आदि के साथ अंतरविभागीय समन्वय बैठक आयोजित करें। पशुधन प्रसार विभाग व वन विभाग से समन्वय बनाते हुए किसी भी प्रकार के पक्षियों की सामूहिक/आकस्मिक मृत्यु पर निगरानी रखी जाए। किसी भी प्रकार की असामान्य घटना रिपोर्ट होने पर तत्काल आइडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) राज्य यूनिट को जरूर दें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here