उद्धव गुट की तरफ से शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली याचिका को खारिज करने के बाद महाराष्ट्र स्पीकर नार्वेकर और उद्धव ठाकरे के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है। मैं राहुल नार्वेकर और सीएम एकनाथ शिंदे को चुनौती देता हूं कि वे लोगों के सामने आएं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह लोगों के सवालों का ही जवाब दें कि आखिर शिवसेना किसकी है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं इस लड़ाई को जनता की अदालत में ले जा रहा हूं। उन्होंने सवाल किया यदि वह शिवसेना प्रमुख नहीं थे, तो भाजपा ने लोकसभा चुनाव के बाद 2014 और 2019 में उनसे समर्थन क्यों मांगा।
मेरे फैसले के खिलाफ वे लोगों को गुमराह कर रहे- नार्वेकर
वहीं महाराष्ट्र के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा कि 10 जनवरी को मैंने विधायकों की अयोग्यता से जुड़ी याचिका पर अपना फैसला सुनाया। पिछले कुछ दिनों से कुछ राजनीतिक नेता और कार्यकर्ता मेरे फैसले के खिलाफ लोगों को गुमराह कर रहे हैं। यहां तक कि मेरे खिलाफ अपमानजनक भाषा का भी प्रयोग हो रहा है। वे लोग विधानसभा अध्यक्ष का सम्मान नहीं करते हैं। यह दशा वास्तव में लोकतंत्र के लिए खतरा है।
तमाम दावों के बीच मैंने असली शिवसेना को पहचाना- नार्वेकर
शिवसेना पार्टी के सचेतक नियुक्त करने के मुद्दे पर बोलते हुए महाराष्ट्र स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कभी नहीं कहा कि भरत गोगावले को सचेतक नियुक्त करना गलत था। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि स्पीकर को ही असली शिवसेना को पहचानना होगा । मुझे दोनों गुटों की तरफ से दावे मिले थे और मैंने आखिरकार इस पर फैसला सुना दिया है।