दिल्ली के अलीपुर के सिंघु गांव में शनिवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई, जब लोगों ने कुत्तों के झुंड को एक नवजात बच्चे के शव को लेकर गली में घूमते हुए देखा। लोगों ने बड़ी मुश्किल से कुत्तों के कब्जे से बच्चे के शव को निकाला और पुलिस को घटना की जानकारी दी। उसके सिर को कुत्ते चबा चुके थे।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे कब्जे में ले लिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि वह बच्चे का शव नहीं बल्कि सात आठ माह का भ्रूण था। उसके पेट में नली लगा हुआ था। पुलिस ने भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने इस बाबत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि कुत्ते भ्रूण को कहां से लेकर आए थे और इस भ्रूण को किसने फेंका था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार दोपहर पुलिस को सिंधु गांव की एक गली में नवजात बच्चे के शव को लेकर कुत्तों के घूमने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक लोगों ने कुत्तों के कब्जे से बच्चे के शव को छुड़ा लिया था। बच्चे का सिर नहीं था। छानबीन के दौरान पुलिस ने देखा कि वह नवजात बच्चे का शव नहीं बल्कि सात आठ माह का भ्रूण था। जिसके पेट में नली लगी हुई थी। पुलिस ने आशंका जताई कि किसी ने भ्रूण को लापरवाही से फेंक दिया होगा। जिसे कुत्ते उठाकर उसे गली में लेकर आ गए थे।