जेसीबी-पोकलेन मशीनें लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे किसान, आज करेंगे दिल्ली कूच

केंद्र सरकार के साथ सहमति न बनने के बाद शंभू बॉर्डर पर डटे किसान आज सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे. इसके लिए किसानों ने खतरनाक प्लान तैयार कर लिया है. किसानों ने दो स्तरों पर तैयारी की है, बाकायदा प्लान A और B बनाया गया है. एक प्लान फेल होने पर दूसरे से आगे बढ़ने की तैयारी है. इधर किसानों के दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने तैयारियां पुख्ता कर ली हैं. सारे बॉर्डर सील कर दिए गए हैं.

न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी समेत तमाम मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. अब तक किसान और सरकार के बीच चार दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका है. हाल ही 18 फरवरी को हुई बैठक में सरकार की ओर से किसानों को कई प्रस्ताव दिए गए थे, लेकिन 24 घंटे के भीतर ही किसानों ने इन प्रस्तावों को ठुकराकर 21 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया था.

ये है किसानों का प्लान

दिल्ली कूच करने के लिए पंजाब के किसानों ने पूरा प्लान तैयार कर रखा है. किसानों न तय कर रखा है कि वह किसी भी हाल में शंभू बॉर्डर को क्रॉस करेंगे. Tv9 के पास इसकी पुख्ता जानकारी है. किसानों ने जो प्लान A बनाया है, उसके तहत बैरीकेडिंग को हटाने के लिए जेसीबी और पोकलेन मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. जेसीबी और पोकलेन से किसान रास्ते में आ रही बाधा को दूर कर आगे बढ़ेंगे. यदि यह प्रयास विफल रहता है तो किसान प्लान B पर जाएंगे और मिट्टी की बोरियों से टेम्परेरी पुल बनाएंगे. इसके लिए रेत और मिट्टी से भरकर 20 हजार बोरे तैयार कर लिए गए हैं. देर रात में ही ट्रेक्टरों का इस्तेमाल कर इन्हें बॉर्डर पर जमा करना शुरू कर दिया गया है. सुबह 11 बजे से किसान बॉर्डर को पार करने की कोशिश शुरू कर देंगे. इसके लिए बोरियों को बेरीकेडिंग के सहारे रखकर एक पुल बनाया जाएगा. किसानों ने व्यवस्था कुछ इस तरह की है कि प्लान A फेल होने के बाद प्लान B को 7 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा.

गृहमंत्रालय ने दिए उपद्रवियों पर कार्रवाई के निर्देश

शंभू बॉर्डर पर जेसीबी और पोकलेन मशीनों के साथ डटे किसानों को रोकने और उपद्रवियों पर कार्रवाई के लिए गृहमंत्रालय ने पंजाब के प्रमुख सचिव को निर्देश दिए हैं. सूत्रों का दावा है कि इस पत्र में पंजाब में बिगड़ रही कानून व्यवस्था पर चिंता जताई है. पत्र में यह भी कहा गया है विरोध की आड़ में उपद्रवियों की भीड़ इकट्ठी होने दी गई. इन पर कार्रवाई होनी चाहिए.

दिल्ली कूच की पूरी तैयारी, सहमी रहेगी दिल्ली

किसान हर हाल में बॉर्डर पार करने को तैयार हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसानों ने मंगलवार शाम से ही बॉर्डर पर सफाई अभियान शुरू कर दिया है. किसानों का दावा है कि कल दिल्ली कूच करेंगे. ऐसे में यदि यहां गंदगी रही तो लोग कहेंगे कि किसान यहां बैठे थे और गंदगी छोड़कर गए. वहीं किसानों के ऐलान के बाद दिल्ली वालों का डर बढ़ गया है, उन्हें इस बात की चिंता है कि यदि पिछली बार की तरह किसान बॉर्डर पर आकर जम गए तो दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ जाएगी. खासतौर से बॉर्डर इलाकों में रहने वाले लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा.

हरियाणा डीजीपी ने पंजाब डीजीपी को लिखा पत्र

शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों द्वारा लाई गई जेसीबी और पोकलेन मशीनों को लेकर हरियाणा डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि इन मशीनों के इस्तेमाल से बॉर्डर पर कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. इसके अलावा ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की जान को भी खतरा हो सकता है. डीजीपी ने चिट्ठी लिखकर मीडियाकर्मियों के वाहनों को 1 किलोमीटर दूर रोकने के लिए पंजाब पुलिस से कहा है. हरियाणा के सात जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र कैथल, जींद, फतेहाबाद, हिसार, सिरसा और सिरसा के डबवाली में इंटरनेट सेवाएं 21 तारीख की रात 12 बजे तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं.

खापों की महापंचायत में बड़ा फैसला

किसान संगठनों और जींद जिले की खापों की महापंचायत ने बड़ा फैसला लिया है, तय किया गया है कि उचाना उपमंडल कार्यालय के सामने 21 फरवरी की शाम से नेशनल हाईवे पर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा. यहां दिन रात किसान धरना देंगे. महापंचायत में कुल चार प्रस्ताव पास किए गए. यह महापंचायत उचाना के उपमंडल कार्यालय में हुई थी. यहां महापंचायत में जो प्रस्ताव पारित किए गए, उन्हें पक्का मोर्चा लगाने, बेरीकेड खोलने, इंटरनेट बहाल किए जाने और गिरफ्तार नेताओं को रिहा किए जाने की मांग की गई.

केंद्रीय मंत्री ने की अपील

किसानों के दिल्ली कूच पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसान संगठनों से अपील की है कि वह बातचीत के जरिए समाधान करें. देश के लोग और हम सभी शांति चाहते हैं. मिलकर समाधान निकालें. ऐसे विषयों पर हम गंभीरता से विचार करे… हमारी कुछ प्रस्ताव पर बातचीत हुई लेकिन उस प्रस्ताव से वे लोग सहमत नहीं हुए. मैं सभी से अपील करूंगा कि वो संयम बनाए रखें, वार्ता जारी रखें और समाधान निकाले.

गुरुग्राम से दिल्ली जा रहे 50 किसान हिरासत में

हरियाणा सरकार द्वारा खरीदी गई 1800 एकड़ से अधिक कृषिभूमि के मुआवजे को अनुचित बताकर दिल्ली कूच करने की कोशिश कर रहे कम से कम 50 किसानों को गुरूग्राम पुलिस ने मानेसर में हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को दो बसों से मानेसर पुलिस लाइंस ले जाया गया. किसानों का आरोप था कि उन्हें मानेसर के पांच गांवों में 1810 एकड़ जमीन का उचित दाम नहीं दिया गया , इसलिए उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है.

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