आगरा के कागारौल में गांव के पास खुले शराब ठेके के कारण गांव के पुरुष शराबी हो गए। पुरुषों की हालत देख कर महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया। गुस्साई महिलाओं ने शराब के ठेके पर जाकर हंगामा और तोड़फोड़ की। शराब की बोतलें लूटने के बाद ठेके के बाहर आग लगा दी। इसके बाद सड़क जाम कर दी।
कागारौल के गांव बीसलपुर के नगला मोना में जवाहर सिंह के नाम से देशी शराब का ठेका है। गांव की महिलाओं का कहना है कि गांव के पास में ठेका होने के कारण युवाओं से लेकर बुजुर्ग पुरुष सभी शराब के आदी हो गए हैं। पास में ही दुकान होने के कारण सुबह से ही शराब पीने लगते हैं। खेतों और अन्य काम की बजाय शराब पीकर घरों में मारपीट और गाली गलौज करते हैं। कई बार मांग करने के बाद भी शराब का ठेका यहां से स्थानांतरित नहीं किया गया।
शुक्रवार को महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और बच्चे शराब ठेके पर पहुंच गए। यहां हंगामे के साथ ही ठेके में तोड़फोड़ कर दी। शराब की बोतलों को ठेके के बाहर फोड़कर उनमें आग लगा दी। इसके बाद सड़क पर जाम लगा दिया। काफी देर हंगामा चलता रहा। सूचना पर पहुंची उपजिलाधिकारी, तहसीलदार खेरागढ़, एसीपी सैंया, आबकारी निरीक्षक तथा थाना कागारौल पुलिस ने स्थिति को संभाला।
सेल्समैन सुभाष चंद ने बताया कि करीब 11 बजे वो दुकान खोलकर बैठा था, तभी 20-25 महिलाएं और बच्चे हाथो में लाठी डंडे लेकर आ गए और ठेके के दरवाजे को तोड़कर अंदर रखी शराब की पेटियों को लूटकर ले गए। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे तथा डीवीआर को भी तोड़ दिया। आठ हजार रूपये की नगदी को लूटकर ले गए। महिलाओं ने ठेके के बाहर ही शराब की बोतलों को तोड़कर उनमें आग लगा दी है।ठेका मालिक जवाहर सिंह के मुताबिक करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
उपजिलाधिकारी खेरागढ़ संदीप यादव ने बताया कि गांव की महिलाओं ने ठेके में तोड़फोड़ कर शराब की बोतलों में आग लगा दी है। महिलाओं की शिकायत पर ठेके के मानकों की जांच की जा रही है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।आबकारी निरीक्षक आकाश तिवारी ने बताया कि पीड़ित ने ग्रामीणों के खिलाफ थाना कागारौल में तहरीर दी है।