दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कपड़ा व्यवसायी से रंगदारी मांग रहे दो शूटरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी शूटर अमीर उर्फ सलीम उर्फ टिल्लन और दानिश उर्फ सुल्तान उर्फ पप्पू टैंक रोड, करोल बाग के कपड़ा व्यवसायी से गैंगस्टर लारेंस बिश्रोई के नाम पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर आरोपियों ने पीड़ित व्यवसायी के ऊपर दो बार फायरिंग की थी। दोनों बदमाशों के पैरों में एक-एक गोली लगी है। बदमाशों की गोलियां से इंस्पेक्टर समेत दो पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए।
हाल में अपराध शाखा की कमान संभालने वाली विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने गोलीबारी व अवैध हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए सख्त आदेश दिए थे। इन्हीं के तहत पुलिस उपायुक्त अमित गोयल की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज मलिक, इंस्पेक्टर रोहित कुमार, एसआई रूपेश बलियान, हवलदार गजेंद्र सिंह और सिपाही दिनेश कुमार की गठित टीम ने बदमाशों पर नजर रखना शुरू किया। टीम को पता लगा कि करोल बाग के व्यवसायी हसन से रंगदारी वसूलने के लिए उसके यमुना विहार स्थित घर पर नौ राउंड फायरिंग की गई है। इसके बाद आरोपियों ने जगतपुरी में फायरिंग की।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय भाटिया ने बताया कि इस सूचना के बाद इंस्पेक्टर पंकज मलिक की टीम ने मिली एक सूचना के बाद गढ़ी मेंडू, यमुना खादर के वन क्षेत्र से गुजरने वाली सड़क पर 21 और 22 फरवरी, 2024 की रात को घेराबंदी की। पुलिस ने वहां बिना नंबर प्लेट की स्कूटी से आए दोनों शूटर न्यू सीलमपुर निवासी आमिर उर्फ सलीम उर्फ टिल्लन (3०) और वेलकम निवासी दानिश उर्फ सुल्तान उर्फ पप्पू (26) वर्ष, को वन कार्यालय, गढ़ी मेंडू, न्यू उस्मानपुर के पास रूकने का इशारा किया तो दोनों बदमाशों ने गोली चलाना शुरू।
एक गोली हवलदार गजेंद्र सिंह की छाती में लगी, मगर बुलट प्रूफ जैकेट पहने होने के कारण वह बच गए। एक अन्य गोली से इंस्पेक्टर रोहित कुमार बाल-बाल बच गए। जवाबी कार्रवाई में हवलदार गजेंद्र सिंह और सिपाही दिनेश कुमार ने फायरिंग की। दोनों हमलावर अपने पैरों में गोली लगने से घायल हो गए। दोनों बदमाशों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 अत्याधुनिक पिस्तौल, 9 कारतूस और 2 खोखा बरामद किए हैं।
संगठित अपराध नेटवर्क
सलीम से पूछताछ में संगठित अपराध नेटवर्क और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। ये 2016 में वेलकम एरिया में डकैती और हत्या के प्रयास के मामले में शामिल था। इस मामले में 7-8 महीने की सजा हुई थी। 2016-2017 की अवधि के दौरान, उसने कुख्यात सट्टेबाज नितिन उर्फ सुसु जैन के साथ गठबंधन बनाया, जो पिछले कुछ वर्षों से दुबई में रह रहा है। सुसु जैन के वित्तीय सहायता के वादे और कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा से मिलवाने के बाद अमीर अवैध गतिविधियों के प्रलोभन में आ गया। सुसु जैन के निर्देशों के तहत उसने कपड़ा व्यवसायी के यमुना विहार स्थित घर पर फायरिंग कीं।